Steal Like An Artist Book Summary in Hindi

दोस्तों Steal Like an Artist किताब को Austin Kleon ने लिखा है । यह किताब डिजिटल वर्ल्ड में art के creation से संबंधित बेहतरीन किताब है। Steal Like an Artist में लेखक यह बताते है की यदि आप नई रचना या कला के निर्माण के चक्कर में फसे हुए हैं और रुक गए हैं , आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं तो आपको यह समझना चाहिए की इस दुनिया में कुछ भी नया नहीं है। हर कलाकार दूसरे कलाकारों से प्रेरणा लेकर और उनके आइडियाज को आधार बनाकर ही अपनी रचना करते है।

इस आर्टिकल में हम आपके लिए Steal Like an Artist Book की सभी चैप्टर्स की Hindi Summary लेकर आए हैं जो की आपको कला के प्रति एक नया दृष्टिकोण और नया नजरिया प्रदान करेगा। तो चलिए देखते हैं Steal Like an Artist Book की Hindi Summary।

Chapter 1 : Steal Like An Artist.

Art is Theft: Pablo Picasso

पाब्लो पिकासो ने कहा है की कला एक प्रकार की चोरी ही है। 

सभी कलाकार आइडियाज को चुराते है। वो पहले तो यह तय करते है की किस विचार या आइडिया को चुराना है फिर उसको चुराने के बाद अगले आइडियाज की खोज करने लगते हैं जिसको वो चुरा सकें।

अगर आप एक कलाकार हैं और इस दुनिया को इस नजरिए से देखने लगते हैं तो फिर आपको अच्छा या बुरा आइडिया की फिक्र खत्म हो जाती है। फिर तो एक ही सोच बचता है की किसी आइडिया को चुराया जाए या छोड़ दिया जाए। 

जब आप आर्ट को इस नजरिए से देखने लगते हो तब आप नवीन या बिलकुल मौलिक कला के सृजन में अपना वक्त बर्बाद नही करते हैं। फिर आप दूसरे कलाकारों और लोगो के विचारों और प्रभावों को स्वीकार करते हैं ना की उनसे दूर भागते हैं।

एक अच्छा आर्टिस्ट जनता है की इस दुनिया में कुछ भी नया या मौलिक नही है। सभी कलात्मक चीजे अपने से पहले आने वाली चीजों के आधार को इस्तेमाल करके ही बनती है। सभी नई कला कृति पुरानी कलाओं का मिश्रण ही होता है। 

आप अपने चारो ओर जिन चीजों से घिरे रहते हो आप वैसे ही बन जाते हैं। अच्छी चीजों से घिरे रहने पर आप अच्छे बनोगे और इसके विपरित बुरी चीजों से घिरे रहने पर वैसे ही बनोगे। 

इसलिए आपका काम है अच्छे विचारों को चुनना और अपने पास इकठ्ठा करना। जितना ही अधिक आप अच्छे विचारों को अपने पास रखोगे आपके पास चुनने के लिए उतना ही अधिक अच्छा ऑप्शन उपलब्ध रहेगा

कोई भी कलाकार हजारों चीजों में से अपने पसंद का चीज चुनता है । और जब इस पसंद की चीज पर वह काम करता है तो यह उसका नवीन या मौलिक काम हो जाता है। इसके अलावा इस दुनिया में कोई भी मौलिकता या नवीनता नही है।

लेखक एक चैप्टर में किसी भी कला को सीखने का तरीका बताते है जो इस प्रकार है:

एक विचार या थिंकर का चुनाव करिए जो आपको बेहद पसंद हो फिर उस एक विचार या थिंकर के बारे में सब कुछ जान लीजिए। सब पता कर लीजिए।

इसके बाद तीन लोगो का पता कीजिए जो आपके द्वारा  चुने हुए थिंकर का पसंद हो। फिर इन तीनों लोगो के बारे में भी सब पता कर लीजिए। 

इस प्रक्रिया को जितनी बार मर्जी आप दुहराए। आपको इस से एक वृक्ष नुमा संरचना मिलेगा। आप अब इस वृक्ष का एक शाखा बनने के लिए तैयार हैं।

लेखक कहते है की अपने पास हमेशा एक नोट बुक और पेन रखिए ताकि अगर कोई भी विचार आपके मन में आए तो आप उसको तुरंत नोट कर सकें।

अपने पास एक स्वाइप फाइल भी रखिए और इस में अपने पसंद का चिजो को रखिए दूसरो से कॉपी कर कर के। जब भी आपको प्रेरणा की जरूरत हो तो इस स्वाइप फाइल को यूज करें।

Chapter 2 : Don’t  Wait Until  You Know Who You Are To Get Started.

काम को करने के दौरान ही आपको पता चलेगा की आप कौन हैं। केवल सोचते रहने से कुछ भी पता नही चलता है। इसलिए तैयारी मत करते रहो। आप तैयार हो। काम शुरू करो। कलाकृति जो मन है बना डालो।

काम को शुरू करने से पहले डर सबको लगता है। हर आर्टिस्ट या क्रिएटिव काम करने वाला आदमी इस डर और रुकावट को महसूस करता है। उनको पता ही नही चलता है की अच्छा काम कैसे होगा। 

पर जब वो काम शुरू कर देते है तो काम हो ही जाता है।

कोई भी इंसान अपनी शैली या पहचान लेकर पैदा नही होता है। अपनी अलग पहचान अपने काम से बनानी पड़ती है। शुरुआत में हम सभी अपने आदर्श को कॉपी करके ही सीखते हैं।  इसलिए कभी भी किसी एक ही इंसान की नकल न करें बल्कि कई आदर्श या हीरो की कॉपी करें।

विल्सन मिजनर ने कहा है की अगर आप एक आदमी की नकल करते हो तो यह प्लैग्रिज्म कहलाता है जबकि अगर आप कई लोगो से कॉपी करते हो तो इसे ही रिसर्च कहते हैं। 

कभी भी किसी की भी काम करने के तरीके को कॉपी न करें। हमे काम के पीछे छुपे सोच को कॉपी करना चाहिए। 

अपने आदर्श की कॉपी करते करते एक समय ऐसा आता है जब आपको अपनी पहचान मिल जाती है। आपकी अपनी शैली डेवलप हो जाती है। 

Chapter 3 : Write The Book You Want To Read.

जो आप जानते हैं वह मत लिखिए, आपको जो पसंद है उसे लिखिए। आप वह कहानी लिख डालिए जो आप पढ़ना चाहते हैं।

जब भी आपको अपने काम में लगे की आगे अब क्या करें तो बस यही सोचिए की कौन सा काम एक बेहतर कहानी बना पाएगा फिर वही काम करिए।

अपने पसंदीदा आर्ट के बारे में सोचिए। अपने पसंद के हीरो के बारे में सोचिए। उनके काम में क्या कमी रह गई थी। अगर आज वो जीवित होते तो क्या बना रहे होते। अगर आपके सभी पसंदीदा हीरो एक जगह इकट्ठा हो जाए तो वो किस चीज को बनाते। आपको बस वही एक काम करना है। इस सारे प्रश्नों का जो भी जवाब हो आपको वही बनाना है।

जो आर्ट आप देखना चाहते हैं वो बना डालिए। जो म्यूजिक आप सुनना चाहते है उसे कंपोज कर डालिए। जो किताब आप पढ़ना चाहते हैं उसे लिख डालिए।

कहने का एक ही मतलब है की जो काम आप होते हुए देखना चाहते है उसे खुद ही कर डालिए।

Chapter 4 : Use Your Hands.

हर बात के लिए कंप्यूटर पर निर्भर रहना अच्छी बात नहीं है। सारे विचार हमारे दिमाग से पैदा होते है न की कंप्यूटर की स्क्रीन से। और हमारा दिमाग हमारी बॉडी से जुड़ा हुआ है।

देखिए आपके हाथ ही आपके असली डिजिटल डिवाइस है। अपने हाथो का इस्तेमाल अपने काम के लिए करें। अपने काम में अपने शरीर को इस्तेमाल करना शुरू कीजिए फिर देखिए आपका दिमाग कितना अच्छा परिणाम देता है।

हमारा कंप्यूटर हमारे आइडियाज को एडिट और पब्लिश करने के लिए तो शानदार उपकरण है लेकिन नए आइडिया उत्पन्न करने के लिए अच्छा नहीं है। हमारा दिमाग ही हमारे आइडियाज का असली भंडार है। कंप्यूटर में तो कोई विचार लिखते ही हम उसे एडिट करना शुरू कर देते है।

लेखक इसका उपाय ये बताते हैं की हमे अपने ऑफिस में दो डेस्क रखना चाहिए, एक डेस्क मैनुअल काम करने के लिए और एक डेस्क डिजिटल काम करने के लिए। 

Chapter 5: Side Projects And Hobbies Are Important.

जब आप टाइम पास कर रहे होते हो या यूं ही बेकार का काम कर रहे होते हो वही काम ऐसा काम होता है जिसे काम के रूप में आपको पूरी जिंदगी करना चाहिए।

जीवन में साइड प्रोजेक्ट का बड़ा ही महत्व है। जो काम हमे लगता है की हम यूं ही टाइम पास के लिए कर रहे हैं वही काम जीवन में आपको बड़ी सफलता और नाम दिलाता है।

इसलिए जीवन में एक साथ एक से ज्यादा प्रोजेक्ट पर काम करना अच्छा होता है ताकि अगर आपका मन एक काम में न लगे तो आप तुरंत दूसरे काम पर शिफ्ट हो जाओ। दूसरे पर मन न लगे तो तीसरे पर शिफ्ट हो जाओ। इस तरह आपका टालमटोल भी आपके लिए काफी प्रोडक्टिव हो जाता है। 

यदि आपका 2 से 3 चीजें करने का मन है तो ये कभी मत सोचिए की आपको उनमें से कोई एक ही चुनना पड़ेगा और करना पड़ेगा। अपने मन को मत मारिये। अपने किसी भी हॉबी को मत छोड़िए। अपने सभी हॉबी को जीवन में जिंदा रखिए और उन पर काम करते रहिए।

स्टीव जॉब्स ने भी कहा था की आप जीवन में आगे देखकर कभी भी डॉट्स को कनेक्ट नही कर सकते है। आप अपने जीवन के सभी डॉट्स को पीछे देखकर ही कनेक्ट कर सकते हैं। इसलिए अपने किसी भी हॉबी को छोड़िए मत, इस मामले में सेलेक्टिव मत बनिए।

वैसे भी जीवन में कोई हॉबी होना बहुत महत्वपूर्ण है, कोई न कोई क्रिएटिव काम जरूर करना चाहिए जो सिर्फ आपके लिए हो, जो आपको खुशी देता हो, जो आपसे कुछ लेता नही है बल्कि आपको कुछ देता ही है।

अभी मत सोचिए की आपके काम का और आपके शौक का क्या नतीजा निकलेगा। एक दिन भविष्य में जब आप पीछे मुड़कर देखोगे तो आपको अपने हॉबी का महत्व समझ में आएगा।

Chapter 6:  The Secret , Do Good Work And Share It With People.

जब किसी भी फील्ड में आप नए होते है तब आपको कोई नही जानता है और तब आप पर कोई दवाब भी नही रहता है । आप जो चाहे कर सकते हैं, नई चीजे ट्राइ कर सकते हैं। अपने मजे के लिए भी चीज़े कर सकते हैं।

आपको ऐसी आजादी फिर दुबारा नहीं मिलेगी। जब आप नए होते हैं तभी आप ऐसी आजादी पाते हैं। एक बार जब लोग आपको नोटिस करना शुरू कर देते है और आपको पैसे देना शुरू कर देते है फिर आपकी आजादी छीन जाती है। 

इसलिए जबतक आप नए हो और आपको कोई नही जानता है तबतक हर प्रयोग कर डालो, मनचाहा काम कर डालो। 

लेखक बताते हैं की अगर आप अपनी पहचान बनाना चाहते हो और दुनिया में अपना नाम करना चाहते हो तो आपको दो काम करने होंगे :

1 अच्छा काम: 

आप जो भी कर रहे हो या जो भी बना रहे हो उसे हर रोज बनाओ। इस में आपको काफी तकलीफ होगी। आपको बहुत परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। पर आपको करना पड़ेगा। अपने आप को बेहतर बनाना होगा।

2 अपने काम को शेयर करना:

आप जो भी कर रहे हो या बना रहे हो उसको इंटरनेट पर शेयर करें।

जब आप अपनी आर्ट को या कंटेंट को इंटरनेट पर शेयर करते हो तो जो लोग उन चीजों को पसंद करते हैं वो आपसे जुड़ने लगेंगे। फिर आपके काम का एक ऑडियंस बन जायेगा। 

जब आप अपने काम के सीक्रेट्स को भी लोगो के साथ शेयर करेंगे तो फिर लोग आपको और ज्यादा प्यार करेंगे। अगर आप इस थोड़े से भी चालाक हैं तो लोग आपके काम की कीमत भी देंगे।

अपने काम के सीक्रेट्स को ज्यादा से ज्यादा लोगो तक शेयर करने का एक फायदा यह भी है की आप ज्यादा लोगो से संवाद कर पाएंगे और इस प्रक्रिया में आप बहुत कुछ सीखेंगे।

अपने आप को ऑनलाइन केवल इसलिए नही लाना है की आपको कुछ भी कह देना है , खुद को ऑनलाइन इसलिए लाना है की आप कुछ कहने के लिए कुछ खोज सकें। 

इंटरनेट केवल अपने विचारो को व्यक्त कर देने मात्र का स्थान नहीं है। इंटरनेट तो नए नए विचारों का जन्म स्थल है। यहां पर आने के बाद आपको ऐसी चीजे पता चलेगी जो अबतक आपने न की थी न सोचा था। 

लेखक एक सलाह और भी देते है की हमे सब कुछ शेयर नही कर देना चाहिए। कुछ चीजे अपने पास भी बचा कर रखना चाहिए। आप कैसे काम कर रहे हैं उस प्रक्रिया का थोड़ा सा भाग ही आप लोगो से शेयर करिए।

Chapter 7 : Geography Is No Longer Our Master.

लेखक कहते है की अब दुनिया की कोई भी दूरी दूरी नही है। आप अपनी दुनिया अपने आस पास खुद बना सकते हो। 

अपने आप को अपने पसंद की चीजों से और किताबों से घिर जाने दो। दीवाल पर मन पसंद चीजों का पोस्टर लगाओ। मन पसंद तस्वीर लगाओ। अपनी अलग दुनिया बना लो। कोई बाधा नहीं है इसमें। आप बना सकते हो। हर जरूरत की चीज आपको इसके लिए घर बैठे ऑनलाइन मिल जायेगी। 

बस आपको अपनी अलग दुनिया बनाने के लिए 2 ही चीजे चाहिए, थोड़ी सी जगह और थोड़ा सा समय। 

थोड़ी सी जगह जहा आप व्यवधान मुक्त होकर काम कर सको, थोड़ा सा समय जिसमे आप ये काम कर सको, और फिर आप अपने आप को आत्म नियंत्रण करके आप अपनी बनाई दुनिया में खो सकते हो।

जब आप एक ही जगह अपने घर में रोज काम करते हो तो इस से आपका दिमाग उस वातावरण में ढल जाता है और फिर आरामदायक हो जाता है। फिर आपकी उत्पादन क्षमता और कार्यशीलता कम होने लगती है। इसलिए अपने दिमाग को कभी भी आरामदायक मत होने दीजिए। ज्यादा आराम दिमाग और शरीर के लिए घातक है।

लेखक कहते है की अपने दिमाग का बेस्ट यूज करने के लिए थोड़े थोड़े समय पर अपना जगह बदल देना चाहिए। नई नई जगह पर यात्रा करना चाहिए। इस से आपका दिमाग फ्रेश बना रहेगा और अच्छा काम करेगा।

लेखक कहते है की अपने लिए एक ऐसी जगह ढूंढे जो आपके क्रिएटिविटी को बढ़ाता हो, जो आपको एनर्जी देता हो। अगर आप कही पर अपना स्थाई घर भी बना लेते है तो भी बीच बीच में आपको मूवमेंट करना चाहिए। इस से दिमाग का ताज़ा पन बना रहता है। 

अंत में लेखक कहते है की आप कोई भी जगह छोड़ो या रहो, आपके कला के क्षेत्र के सारे लोग आपको एक ही जगह मिलेंगे और वो जगह है इंटरनेट।

Chapter 8 : Be Nice, The World Is A Small Town.

एक अच्छा इंसान बनें। अब ये बात पहले के जमाने की तुलना में ज्यादा प्रासंगिक है। क्युकी अब इंटरनेट का जमाना है और इस जमाने में हम सब एक दूसरे से कनेक्टेड हैं।

आप अपने आप को जैसी संगति में रखते हैं आप वैसे ही बन जाते हैं, इसलिए आप अपने आप को अच्छे लोगो की संगति में रखिए। ऐसे लोगो के साथ रहिए जो आपसे ज्यादा बुद्धिमान और ज्यादा सफल हैं।  अपने आस पास ऐसे लोगो को ढूंढना काफी मुश्किल है परंतु इंटरनेट पर ये मुश्किल नही।

आपसे ज्यादा जो लोग बुद्धिमान है उनको बारीकी से देखिए, पैनी नजर से उनका अवलोकन करिए, वो क्या करते है, क्या सोचते है, क्या बोलते है सब कुछ ऑब्जर्व कीजिए। ऐसा करने से आपको भी वो राज पता चल जायेगा और आप भी उनकी तरह बुध्दिमान और सफल हो जायेंगे।

एक कहावत भी है की अगर किसी कमरे में सबसे बुद्धिमान व्यक्ति आप ही हैं तो आप गलत कमरे में हैं। ऐसे कमरे में रहने से डरिए। वहां चले जाए जहां आपसे बुद्धिमान कोई और व्यक्ति है। 

अपने से बुद्धिमान व्यक्ति के साथ रहिए, उनके साथ उठिए बैठिए, फिर आपको बहुत फायदा होगा। 

आप अपने प्रशंसकों को पत्र लिखिए। उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करिए। आप अपने आदर्श या हीरो के लिए अपना कोई काम समर्पित करिए। बिना कोई फल की इक्षा के। इसके बदले में आपको अपने प्रशंसकों का प्यार और सम्मान और नया काम मिलेगा।

आप जो भी काम कर रहे है उसके बदले लोगो का प्रशंशा या अप्रूवल की आशा न रखिए। क्युकी एक बार जब आप अपना काम इंटरनेट पर शेयर कर देते हैं तब फिर उसपर लोग कैसे रिएक्ट करेंगे इस बात का आप नियंत्रण नहीं कर सकते हैं।

आपका आपके काम के नतीजे पर कोई नियंत्रण नहीं है। आप जब बहुत प्रयास करते है तब भी असफल हो जाते हैं जबकि जबकि अच्छा काम प्रायः प्रयास रहित ही होता है।

अगर लोग आपके काम की आलोचना करते हैं , इग्नोर करते हैं या आपके काम को नही समझते हैं तो इसकी चिंता न करें। ऐसी सिचुएशन के लिए खुद को हमेशा तैयार रखें। अपने काम में इतने व्यस्त हो जाएं की आपको परवाह ही न हो की लोग क्या कह रहे हैं।

आलोचना के विपरित यदि कोई व्यक्ति आपके काम की तारीफ करता है तो इस तारीफ को एक फाइल में संभाल कर प्रिंट करके रखिए। एक प्रशंशा का फाइल बनाइए। जब भी आपका मोटिवेशन कम हो जाए या फिर निराशा आने लगे तो इस प्रशंशा के फाइल को खोलकर पढ़ लीजिए। आपको अच्छा महसूस होने लगेगा।

Chapter 9 : Be Boring, It Is The Only Way To Get Work Done.

क्रिएटिव काम करने में बहुत ऊर्जा लगती है। अगर आप अपनी ऊर्जा दूसरे चीजों में खत्म कर लेते हो तो फिर आप कोई क्रिएटिव काम नही कर पाओगे।

इसलिए यदि आप क्रिएटिव काम करना चाहते हैं तो अपनी ऊर्जा बचा कर रखिए। इसके लिए अच्छा ब्रेकफास्ट करिए। अच्छी कसरत करिए। घूमने जाएं। वॉकिंग करें। और खूब अच्छी नींद लें।

एक आर्टिस्ट को पैसे की अच्छी समझ जरूर होनी चाहिए तभी वह पैसे को सही से मैनेज कर सकता है। क्युकी आप कितना पैसा कमाते हैं यह मायने नही रखता है , मायने यह रखता है की आप कितना पैसा बचा रहे है। 

पैसे को बचाने के लिए आपको एक बजट बनाकर चलना होगा। अपने खर्च को सीमित करना होगा। बाहर की बाजारू चमक दमक से बचना होगा। इस प्रकार आप ज्यादा से ज्यादा पैसे की बचत कर पाएंगे।

लेखक कहते हैं की अगर आप अपने शौक के काम से अच्छा पैसा कमा लेते है तो फिर अच्छा है नही तो अपने शौक का काम करने के लिए आपको कोई न कोई नौकरी जरूर करनी चाहिए। 

नौकरी आपसे आपका बहुत सारा समय छीन लेती है जो समय आप क्रिएटिव काम में लगा सकते थे , परंतु आपका नौकरी आपको एक रूटीन देता है, इस रूटीन के अनुसार आप अपना क्रिएटिव काम के लिए भी रूटीन फिक्स कर सकते हैं। बहुत ज्यादा समय भी होने पर आप समय बर्बाद करते हो। दिन भर समय होने से भी ज्यादा महत्वपूर्ण है एक रूटीन का होना।

एक ही जगह पड़े रहने से आपकी क्रिएटिविटी मरने लगती है। दिन में जॉब करना आपको इस उबासी से दूर करता है। आप अपने क्रिएटिव काम के लिए एक समय तय कर लो और रूटीन बना लो। फिर अपने इस रूटीन से चिपक जाओ।

प्रत्येक दिन काम करो, चाहे जो भी हो जाए। कोई छुट्टी मत करो, कोई बीमारी का लीव नही, कभी भी रुकना नही है। जब आप ऐसा करते है तो आप पाते हैं की पार्किनसंस का नियम बिलकुल सही है। जितना समय आपके पास है उसी में आपका सारा काम हो जाता है।

यह करना आसान नहीं होता है। पर आपको ऐसी दोहरी जिंदगी जीनी पड़ेगी अगर आप अपना पसंद का काम करना चाहते हो तो। 

कोई भी बड़ा काम धीरे धीरे और थोड़ा थोड़ा करके एक साथ जमा होने पर ही होता है। एक साथ कभी भी कोई भी बड़ा काम नही होता। एक पेज डेली लिखना आसान है पर जब आप ऐसा 365 दिन करते हैं तो सायद आप एक नोवेल को भर देंगे। 

लेखक हमे एक कैलेंडर रखने की सलाह देते हैं ताकि हम ट्रैक पर रह सके। आप पूरे साल का कैलेंडर अपने सामने रखिए और उसमे जब डेली का काम खत्म हो जाए तो एक क्रॉस का साइन बना दीजिए। धीरे धीरे आपका क्रॉस एक चैन बन जायेगा। आप अब कोशिश करिए की ये चेन कभी भी टूटे ना।

लेखक हमे एक लॉगबुक रखने की भी सलाह देते हैं जिसमे की हमे अपने डे टू डे एक्टिविटी को नोट करना चाहिए। शॉर्ट टर्म में आपको इसका फायदा नही दिखेगा पर लॉन्ग टर्म में यह आपके लिए बहुत मददगार होगा। लॉगबुक में लिखी गई छोटी छोटी डिटेल्स आपको बाद में बड़ी बड़ी चीजों को याद रखने में मदद करेगा।

हमे अपने लिए अच्छा पार्टनर भी चुनना चाहिए ताकि हम उसकी मदद से अच्छे ढंग से अपना काम पूरा कर सकें। एक अच्छा पार्टनर हमेशा आपकी कमियों को बताता है और बुरे समय में आपका हौसला बढ़ाता है।

Chapter 10 : Creativity Is Subtraction.

आज के इंटरनेट के दौर में हमारे पास सूचनाओ और रिसोर्सेस का भंडार है और वही लोग सबसे आगे निकल पाते हैं जिनको पता है की क्या छोड़ देना है। जब आपके पास अनंत संभावनाएं होती है फिर आप मेंटली पैरालाइज्ड होने लगते हैं की क्या किया जाए और क्या छोड़ा जाए।

इस मानसिक अवरोध को दूर करने का एक ही उपाय है की अपने काम की सीमाएं तय कर लीजिए। जब आप अपना लिमिट तय कर लेते हैं तो आप आजाद हो जाते हैं। उदाहरण के लिए केवल लंच ब्रेक में ही काम करना, अपने मोबाइल फोन से ही वीडियो बनाना etc।

काम नही करने के बहाने मत बनाइए, जो भी आपके पास अभी सामग्री, जगह, और समय है केवल उसी का उपयोग करके जो भी करना है कर डालिए। 

अब क्या करें

  • टहलने जाएं
  • अपना स्वाइप फाइल बनाएं
  • लाइब्रेरी में समय बिताए
  • नोटबुक खरीदें और लिखें
  • एक कैलेंडर खरीदे
  • लॉगबुक बनाएं
  • इस किताब की एक कॉपी खरीदे
  • एक ब्लॉग शुरू करें
  • Nap लें

steal like an artist

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