दोस्तो Show Your Work किताब को Austin Kleon ने लिखा है। यह किताब अपने creative work या art work को ऑनलाइन लोगो के साथ शेयर करने के लिए प्रेरित करती है। Show your work book क्रिएटिव काम करने वाले लोगों के लिए एक must read book है। लेखक Austin Kleon ने Show Your Work किताब के अलावा दो और बेहतरीन किताबे लिखी हैं जो हैं: 1- Steal Like an Artist और 2- Keep Going। अगर आप किसी भी तरह का क्रिएटिव काम करते हैं तो आपको Austin Kleon की ये तीनों किताबें अवश्य पढ़नी चाहिए।
Show your work बुक में लेखक Austin Kleon ने कुल 10 चैप्टर्स में आपके काम को इंटरनेट पर लोगो से शेयर करने का तरीका और माइंडसेट की बात करते है । तो चलिए इस आर्टिकल में Show Your Work बुक की सभी 10 चैप्टर्स की विस्तार से Hindi Summary देखते हैं।
Chapter 1 : You Don’t have to be Genius
आपका जीनियस होना कोई जरूरी नहीं है
एक कहावत है आपके पास जो कुछ भी है उसे दुनिया के सामने रखिए, हो सकता है किसी के लिए वह चीज आपके खुद के सोच से भी बेहतर हो।
लेखक कहते हैं कि लोन जीनीयस की अवधारणा एक मिथक है। इसके विपरीत कोई भी क्रिएटिव काम को हम एक अलग मॉडल के तहत देख सकते हैं जिसे हम सीनियस कहते हैं।
सीनियस मॉडल में एक ऐसा क्रिएटिव लोगों का समूह होता है जो कि अपने अपने टैलेंट से एक दूसरे को सपोर्ट करते हैं, एक दूसरे के कार्य से प्रेरणा लेते हैं और एक दूसरे को कंट्रीब्यूटर करते हैं।
सीनियस मॉडल का अर्थ है कि आप किसी भी क्रिएटिव कार्य में क्या कंट्रीब्यूट करते हैं, कौन से विचार साझा करते हैं , क्या कनेक्शन बनाते हैं , कौन सा संवाद स्थापित करते हैं इत्यादि।
इस मॉडल में हमें यह नहीं पूछना चाहिए कि दूसरे हमारे लिए क्या कर सकते हैं बल्कि यह पूछना चाहिए कि हम लोगों के लिए क्या कर सकते हैं।
आज हम इंटरनेट की दुनिया में रहते हैं जहां सीनियस ग्रुप को ज्वाइन करना बेहद ही आसान है।
सीनियस क्या है इसे हम उदाहरण से समझते हैं:
ब्लॉग्स, सोशल मीडिया साइट्स, ईमेल ,ग्रुप्स डिस्कशन बोर्ड, फोरम यह सभी सीनियस ही तो है जहां लोग अपना समय देते हैं और उन चीजों के बारे में बात करते हैं जिसके बारे में उन्हें फिक्र होती है।
यहां कोई अवरोध नहीं है। कोई गेटकीपर नहीं है। कोई बाधा नहीं है। इसको ज्वाइन करने के लिए ना तो आपको अमीर होना जरूरी है ना ही आपको प्रसिद्ध होना जरूरी है । इसके लिए ना ही आपको कोई डिग्री की आवश्यकता है , ना ही कोई अन्य चीजों की।
यह तो एक कमाल की दुनिया है, जहां गरीब और अमीर, मास्टर और स्टूडेंट , विशेषज्ञ और नौसिखिया सभी अपनी अपनी क्षमता और काबिलियत के अनुसार कंट्रीब्यूट कर सकते हैं, और इसमें भाग ले सकते हैं। किसी पर कोई रोक टोक नहीं है। कोई पाबंदी नहीं है। सीनियस की दुनिया कमाल की दुनिया है।
इसीलिए लेखक कहते हैं कि क्रिएटिविटी केवल जीनियस लोगों का ही काम है इस बात को भूल जाइए और आज की दुनिया में सीनियस का पार्ट बनिए और अपनी क्षमता, योग्यता और काबिलियत के अनुसार इसमें कंट्रीब्यूट कीजिए। इस कमाल की चीज को जरूर इस्तेमाल कीजिए।
Be an Amateur
विशेषज्ञ नहीं बल्कि नौसिखिया बनिए
लेखक का कहना है कि नौसिखिया के पास खोने के लिए कुछ भी नहीं होता इसलिए वह नई-नई चीजें ट्राई कर सकता है और उसके परिणाम को शेयर कर सकता है।
वह रिस्क ले सकता है। अपनी इच्छाओं के अनुरूप चीजों को कर सकता है और कभी कभी अनप्रोफेशनल तरीके से काम करते-करते कुछ नई चीजें भी ढूंढ लेता है।
एक कहावत भी है के बिगिनर्स के माइंड में अनंत संभावनाएं होती हैं जबकि विशेषज्ञ के माइंड में बहुत ही कम।
नौसिखिया को गलती करने से डर भी नहीं लगता है क्योंकि उसे अपने काम से लगाव होता है , इसलिए वह छोटे-छोटे कार्यों को करने से भी नहीं कतराते है जिसे बाकी लोग मूर्खतापूर्ण समझते हैं।
नौसिखिया यह समझता है कि कुछ ना कंट्रीब्यूट करने से बेहतर है कि कुछ ना कुछ कंट्रीब्यूट्स किया जाए। वह लाइफ लोंग लर्नर होता है और वह पब्लिकली ओपन में सीखता है ताकि उसकी गलतियों और सफलता दोनों से दूसरे लोग भी सीख सकें।
यह दुनिया इतनी तेज रफ्तार से बदल रही है कि इसमें हम सभी नौसिखिया हो जाने वाले हैं। जो प्रोफेशनल लोग हैं वह भी तभी ग्रोथ कर सकते हैं जब वह अपने भीतर नौसीखिए का एटीट्यूड रखें और आने वाले परिवर्तनों को सीखने समझने और गले लगाने के लिए तैयार रहें।
अपने काम को दुनिया के सामने रखने का सबसे बढ़िया तरीका यह है कि आप यह सोचिए कि आप क्या सीखना चाहते हैं और फिर उस चीज को दुनिया के सामने सीखने का कमिटमेंट करिए और अपने अनुभव साझा करिए।
किसी सीनियस को खोजिए और यह बारीकी से देखिए कि बाकी लोग क्या शेयर कर रहे हैं और उसमें क्या कमी है और क्या आप उस कमी को पूरा कर सकते हैं।
यह मत सोचिए कि आप जो शेयर कर रहे हैं उससे आप अपना करियर बना लेंगे या ढेर सारा पैसा बना लेंगे। आप जिस चीज को पसंद करते हैं उसे बस शेयर कीजिए। इंटरनेट पर जो लोग सेम चीज को पसंद करते हैं वह आपको ढूंढ लेंगे।
You can’t find your voice if you don’t use it
जब तक आप अपनी आवाज को यूज नहीं करेंगे तब तक आप उसे खोज ही नहीं पाएंगे
अपनी अंदर की आवाज को ढूंढने का एक ही तरीका है कि आप इसका प्रयोग करिए। यह आपके अंदर ही छुपा हुआ है। जब आप अपने पसंद की चीजों के बारे में बात करना शुरू करते हैं तो आपकी आवाज आपको मिल जाती है।
यह सुनने में थोड़ा सा बुरा लगता है लेकिन आज के युग में अगर आपका काम ऑनलाइन नहीं है तो इसका मतलब है कि आप का कोई अस्तित्व नहीं है।
अगर आप चाहते हैं कि लोगों को पता चले कि आप क्या कर रहे हैं और आप किन चीजों के बारे में केयर करते हैं तो आपको अपना काम ऑनलाइन साझा करना पड़ेगा।
Read Obituaries
श्रद्धांजलि पढ़िए
स्टीव जॉब्स ने कहा था की बहुत जल्द मैं मरने वाला हूं यह याद रखना मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण टूल बन गया अपने जीवन के महत्वपूर्ण निर्णय को लेने में।
आपकी सारी अपेक्षाएं, सारा घमंड, सारा डर, सारे असफलताएं सब कुछ मौत के बाद खत्म हो जाता है और बचता है तो केवल महत्वपूर्ण चीजें जो आपने की है।
यह याद रखना कि मैं मरने वाला हूं सबसे बढ़िया तरीका है इस जाल में फंसने से बचने का कि मैं कुछ खो भी सकता हूं । आप पहले से ही खोए हुए हैं।
अगर हम स्टीव जॉब्स के इस बात को माने तो हमारा पूरा लाइफ एक खास पर्सपेक्टिव में बन जाएगा। इसके बाद हमारे लिए हर एक दिन एक अतिरिक्त दिन होगा।
इसलिए जब आप यह समझ जाते हैं कि 1 दिन सब खत्म हो जाएगा, हम मर जाएंगे, तब आप किसी भी चीज के होने का इंतजार नहीं करते हैं । तब आप जिन चीजों को चाहते हैं उन्हें खुद करके दिखाते हैं, चाहे इसके लिए दुनिया आपको पागल समझे या जो भी समझे आप इसकी परवाह नहीं करते हैं।
इसीलिए लेखक श्रद्धांजलियां पढ़ने की सलाह देते हैं क्योंकि वह मौत के बारे में नहीं होता है । वह तो जीवन के बारे में होता है । प्रत्येक श्रद्धांजलि हमें यही बताती है कि वह व्यक्ति कितना शानदार था । कितने अच्छे काम उसने किए हैं।
श्रद्धांजलियों से प्रेरणा लीजिए और आप जो भी चाहते हैं उसे नौसिखिया की तरह करना शुरू कीजिए। चाहे आपके पास जो भी साधन उपलब्ध है उन्हीं से शुरू कीजिए।
Chapter 2 : Think process, Not product.
प्रक्रिया के बारे में सोचिए ना कि परिणाम के बारे में
वर्तमान युग में इंटरनेट और सोशल मीडिया के प्रयोग से कोई भी आर्टिस्ट कुछ भी और कभी भी बिना किसी खर्च के चीजें शेयर कर सकता है।
अब यह उस आर्टिस्ट पर निर्भर करता है कि वह कितना अपने काम को और अपने आप को दिखाना चाहता है । उस प्रक्रिया को दिखाना चाहता है जिसके द्वारा वह काम करता है।
एक इंसान के रुचि इंसानों में ही होती है और इन्हीं बातों में होती है कि बाकी लोग क्या काम कर रहे हैं । जब आप चीजों को ऑनलाइन शेयर करते हैं तो आप अपने कस्टमर के साथ भी एक अच्छा रिलेशनशिप बना लेते हैं।
Become a documentarian of what you Do
आप जो भी काम करते हैं उनको डॉक्यूमेंट करना शुरू कीजिए
आप चाहे जो भी काम करते हो उस काम में कला छुपा होता है और बहुत सारे लोग को उस कला में इंटरेस्ट होता हैं , रुचि रखते हैं अगर आप अपने काम को सही तरीके से प्रेजेंट कर पाए तो।
अब वो जमाना आ गया है जब कोई भी व्यक्ति आपके रिज्यूमे की परवाह नहीं करता है। लोग केवल आपके द्वारा किए जा रहे कार्यों की ही परवाह करते हैं।
इसलिए लेखक कहते हैं कि आप जो भी काम करते हैं उन सभी को डॉक्यूमेंट कीजिए । एक वर्क जर्नल स्टार्ट कीजिए।
अपने विचारों को एक नोटबुक में लिखिए । उसे ऑडियो रिकॉर्डर से रिकॉर्ड कीजिए । एक स्क्रैपबुक रखिए । बहुत सारे फोटोग्राफ्स लीजिए जो कि आपके काम के अलग-अलग स्टेजेज को और प्रक्रिया को दिखाता हो । आप अवश्य ही कुछ वीडियो की शूटिंग कीजिए जिसमें आपका काम दिखता हो।
यह काम आपको कोई आर्ट क्रिएट करने के लिए नहीं करना है। आपको तो बस अपने सारे कामों का ट्रैक रिकॉर्ड रखना है।
चाहे आप कुछ शेयर करें या ना करें लेकिन अपने कामों को डॉक्यूमेंट करना और रिकॉर्ड करना बेहद ही फायदेमंद है । इससे आपको धीरे-धीरे स्पष्ट रूप से पता चल जाएगा कि आप प्रोग्रेस कर रहे हैं और जब आप तैयार हो जाएंगे तो आपको शेयर करने के लिए ढेर सारी चीजें अपने पास उपलब्ध रहेगी।
Chapter 3 :Share something small everyday, Show Your Work
प्रत्येक दिन कुछ छोटा सा शेयर अवश्य करें
जब आप अपने काम को ऑनलाइन शेयर करना शुरू करेंगे तो आप कुछ बेहद शानदार लोगों से मिलना शुरू करेंगे।
रातो रात सफलता एक बहुत बड़ा मिथ है। कोई भी सफलता रातो रात नहीं होती। उसमें दशकों का कठोर परिश्रम और प्रयास की आवश्यकता होती है । इसी तरीके से कोई भी बड़े काम को करने में काफी वक्त लगता है। शायद पूरा जीवन लग जाए।
लेकिन आपको एक ही बार में इतना सारा समय नहीं देना है। आप दशक को भूल जाइए ,आप साल को भी भूल जाइए, आप महीनों को भी भूल जाइए, आप केवल दिन पर फोकस कीजिए।
केवल दिन ही समय का वह यूनिट है जिसको हम नियंत्रित रख सकते हैं । क्योंकि महीने बदलते हैं, सप्ताह बदलते हैं , लेकिन दिन का एक फ्लो होता है। इसकी शुरुआत सुबह होती है और फिर रात को खत्म होता है। एक दिन को आप आसानी से हैंडल कर सकते हैं।
एक बार जब आप अपने पूरे दिन का काम खत्म कर लेते हैं तो अपने डॉक्यूमेंटेशन वाले फाइल को देखिए और अपने काम के किसी छोटे टुकड़े को उठाइए जिसे आप शेयर कर सकते हैं।
डेली बेसिस पर चीजों को शेयर करना आपके किसी भी रिज्यूमे या पोर्टफोलियो से बेहतर है, क्योंकि यह स्पष्ट रूप से यह दिखाता है कि आप अभी किन चीजों पर काम कर रहे हैं।
आप डेली क्या शेयर करते हैं इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। आपका डेली डिस्पैच कुछ भी हो सकता है। एक ब्लॉग पोस्ट, एक ईमेल, एक ट्वीट , एक यूट्यूब वीडियो या कुछ और भी । हर आदमी के लिए एक ही सुझाव नहीं दिया जा सकता।
सोशल मीडिया साइट्स आपको प्रत्येक दिन चीजों को शेयर करने के लिए एक अच्छा माध्यम उपलब्ध कराते हैं। आप सभी सोशल मीडिया को ट्राई कीजिए और जो आपको ठीक लग रहा है उसे यूज कीजिए। अगर कोई सोशल मीडिया आपको नहीं पसंद है तो उसे छोड़ दीजिए।
हम डेली क्या शेयर करना चाहते हैं यह भी बहुत महत्वपूर्ण है। लेखक कहते हैं कि आप अपना लंच या कॉफी मत शेयर कीजिए। आप अपना काम शेयर कीजिए शो योर वर्क।
आप जो भी शेयर करते हैं वह परफेक्ट नहीं हो सकता है, क्योंकि थियोडोर सर्जन के नियम के अनुसार 90 प्रसिद्ध प्रतिशत चीजें कचरा होती है।
यही बात हमारे काम पर भी लागू होता है। हमें पता नहीं होता है कि क्या अच्छा है और क्या घटिया है । जब हम चीजों को शेयर करते हैं और लोग उन पर कमेंट करते हैं तभी हमें चीजों के बारे में पता चलता है।
अब यह बहाना मत बनाइए कि आपके पास समय नहीं है। हम सभी व्यस्त हैं। हम सभी के पास दिन में 24 घंटे ही होते हैं । किसी के पास किसी भी काम के लिए समय होता नहीं है , समय बनाना पड़ता है, समय निकालना पड़ता है।
आप भले अपने पसंद का टीवी शो छोड़ दीजिए, एक घंटा नींद कम ले लीजिए , लेकिन अगर आप समय निकालना चाहेंगे तो आपको समय मिल जाएगा।
लेखक कहते हैं कि जब दुनिया सोती है तो वह काम करना पसंद करते हैं, और जब दुनिया जगती है तो वह अपने काम को शेयर करना पसंद करता है।
एक बात जो बेहद ध्यान देने की है की काम को शेयर करने में काम करने से ज्यादा समय नहीं लगाना है। ऐसा ना हो कि काम बंद हो जाए और केवल शेयर ही चलता रहे।
The’ So what’ test
एक बात हमेशा याद रखना चाहिए कि इंटरनेट पर अगर कोई चीज चली गई तो वह पब्लिक हो जाती है ,और इंटरनेट एक कॉपी मशीन है । एक बार कोई चीज इंटरनेट पर चली जाती है फिर वह दोबारा कभी खत्म नहीं होती है।
इसीलिए आप कोई भी ऐसी चीज ऑनलाइन पोस्ट ना करें जिसे आप चाहते हैं कि पूरे दुनिया उसे ना देख पाए।
कोई भी चीज पोस्ट करते समय आपको यह सोचना चाहिए कि क्या मेरे बॉस को यह पोस्ट दिखेगा तो क्या मुझे नौकरी से निकाला जा सकता है।
कभी भी ओवरशेयरिंग ना करें। आप जो कुछ भी शेयर करना चाहते हैं उससे पहले उसे सो व्हाट टेस्ट से गुजारे । अगर आप कोई चीज शेयर करने को लेकर आश्वस्त नहीं है तो 24 घंटे के लिए रुके और अगले दिन आपको लगता है कि आप इसे शेयर कर सकते हैं तो शेयर करें अन्यथा उसे कचरे में डाल दें।
Turn your flow into stock
फ्लो आपका पोस्ट या ट्वीट है । यह आपका डेली शेयर किए जाने वाला इंफॉर्मेशन का टुकड़ा है। यह आपका डेली अपडेट है जो लोगों को यह याद दिलाता है कि आपका भी अस्तित्व है। आप भी कोई है। इसके विपरीत स्टॉक आपका वह कार्य है जो आज भी महत्व का है, 2 साल बाद भी महत्वपूर्ण रहेगा और 10 साल बाद भी महत्वपूर्ण रहेगा। यह लंबा चलने वाला और टिकाऊ कार्य है।
स्टॉक को लोग सर्च करके ढूंढ निकालते हैं । यह धीरे-धीरे फैलता है बट निश्चित रूप से समय के साथ यह आपका फैन बेस बना देगा, बड़ा कर देगा।
नियम यह है कि आपको अपना फ्लो मेंटेन रखना है और बैकग्राउंड में आपको अपने स्टॉक पर कार्य करते रहना है ।
आपका स्टॉक सबसे अच्छे तरीके से तब बनता है जब आपका फ्लो बना रहे और जब आप अपने फ्लो को अच्छे तरीके से इकट्ठा करते हैं , ऑर्गेनाइज करते हैं और एक रूप देते हैं तो आपको अपने काम का स्टाक मिल जाता है।
आप लंबे समय में अपने फ्लो को स्टॉक में बदल सकते हैं। उदाहरण के लिए इस किताब की शुरुआत भी छोटे-छोटे ट्वीट से हुई जो बाद में ब्लॉक पोस्ट बन गए, और वह ब्लॉगपोस्ट बाद में चैप्टर्स बन गए, और उन चैप्टर्स को मिलाकर यह किताब बन गया।
Build a good ( domain) name
सोशल नेटवर्किंग साइट अच्छे तो हैं लेकिन वह आते हैं और चले जाते हैं । अगर आप वाकई अपने काम को शेयर करना चाहते हैं और अपने आप को एक्सप्रेस करना चाहते हैं तो आपको अपने लिए इंटरनेट पर एक ऐसी जगह सुरक्षित रखनी चाहिए जिस पर आपका पूरा कंट्रोल हो और जहां पर लोग हमेशा आपको खोज सकें देख सके।
इंटरनेट पर एक ब्लॉग बिल्कुल इस काम के लिए आदर्श है जिस पर आपका पूरा अपना कंट्रोल होता है।
आप अपने ब्लॉग के माध्यम से अपने फ्लो को अपने स्टॉक में बदल सकते हैं।
एक छोटा सा ब्लॉग पोस्ट अपने आप में कुछ भी नहीं है , लेकिन आप एक दशक बीत जाने दीजिए । जब आपके ब्लॉग पर हजारों पोस्ट होंगे और फिर वह आपके पूरे जीवन का काम बन जाएगा और आपकी अपनी एक अलग और बेहतरीन पहचान बनाएगा।
लेखक कहते हैं कि अगर इस किताब से आप केवल एक चीज सीखना चाहे और करना चाहे तो आप आज ही अपने नाम से एक डोमेन खरीदें और एक वेब होस्टिंग लेकर अपने नाम से एक वेबसाइट बना डालें।
यह सुनने में जितना कठिन लगता है यह बिल्कुल भी उतना कठिन नहीं है। आप बड़ी आसानी से कुछ गूगल सर्च और कुछ यूट्यूब वीडियो की मदद से अपना ब्लॉग 2 घंटे में तैयार कर लेंगे।
आपका वेबसाइट खूबसूरत नहीं होना चाहिए, बल्कि इसका अस्तित्व होना चाहिए , इसका एक्जिस्टेंस होना चाहिए।
अपने वेबसाइट को एक सेल्फ प्रमोशन मशीन की तरह ना देखें । बल्कि यह तो एक सेल्फ इंवेंशन मशीन है । यह आत्म खोज करने की एक बेहतरीन साधन है।
ऑनलाइन आप वह इंसान बन जाते हैं जो आप बनना चाहते हैं। अपने वेबसाइट को अपने काम से अपने विचारों से और उन चीजों से भरे जिनकी आप कदर करते हैं।
एक समय ऐसा आएगा कुछ सालों बाद आपको ऐसा लगेगा कि आपको अपना वेबसाइट छोड़ देना चाहिए और नए सोशल मीडिया को अडॉप्ट कर लेना चाहिए। पर आप ऐसा कभी ना करें। इस गलती को कभी भी ना करें ।
अपनी वेबसाइट के बारे में लॉन्ग टर्म में सोचिए । इसके साथ जुड़े रहिए। चिपके रहिए । इसको मेंटेन करिए और समय के साथ इसे बदलते रहिए, बट किसी भी हालत में इसे छोड़ना नहीं है।
एक अच्छा नाम बनाइए । इसे साफ सुथरा रखें और समय के साथ यह अपने आप में एक करेंसी हो जाएगी। इस बात की बिल्कुल भी चिंता ना करें कि आप अपने ब्लॉग को मोनेटाइज करना है।
चाहे लोग आए या ना आए आपको वहां रहना है। आपको अपना काम करते रहना है ।और जब लोग रेडी हो जाएंगे तो वह आना शुरू कर देंगे।
Chapter-4 :Open up your cabinet of curiosity
अपने जिज्ञासा के पिटारे को खोल कर रखिए
Don’t be a hoarder
जमा खोर मत बनिए
जो भी लोग क्रिएटिव काम में लगे होते हैं उन सभी का अपना एक खास कलेक्शन होता है जिसमें वह अपनी पसंद की किताबें और अन्य चीजें इकट्ठा करके रखते हैं जिन्हें वह पसंद करते हैं।
लेखक कहते हैं कि आप अपने कलेक्शन को जमा करके मत रखिए। इसे लोगों के साथ शेयर कीजिए । आपको किन चीजों से प्रेरणा मिलती है ,आप कौन सी किताबें पढ़ते हैं , आप अपने दिमाग में किन विचारों को रखते हैं।
आप कौन से ब्लॉग को सब्सक्राइब करके रखते हैं , आप किस वेबसाइट को विजिट करते हैं , आप कौन सा म्यूजिक पसंद करते हैं, आप कौन सी फिल्में देखते हैं, आप किन चीजों को कलेक्ट करते हैं, कैसे आर्टवर्क को देखते हैं । इन सब को जमा मत कीजिए बल्कि लोगों के साथ साझा करिए शेयर करिए।
आप अपने प्रेरणा के स्रोतों को जब साझा करते हैं तो लोगों को यह समझ में आता है कि आप कौन हैं और आप क्या करते हैं। और कभी-कभी यह आपके काम से भी बढ़कर आपकी पहचान बनाती है।
एक कहावत है कि आप उतने ही अच्छे हैं जितना अच्छा आपका कलेक्शन है।
No guilty pleasures
जब आप किसी चीज में बेहद आनंद का महसूस करते हो तो उन चीजों को आप जरूर करिए । किसी को भी इस बात का परमिशन मत दीजिए कि उन चीजों के बारे में आपको वह बुरा महसूस कराएं।
आप जिन चीजों में भी आनंद लेते हैं उनके बारे में कभी भी गिल्ट महसूस मत करिए। जिन चीजों को भी आप पसंद करते हैं और आपका जो भी टेस्ट और इनफ्लुएंस है, जिन चीजों का आपके ऊपर प्रभाव पड़ा है उन सभी को शेयर कीजिए और कभी भी किसी के दबाव में आकर अपने आप को बहुत ज्यादा बदलिए मत एडिट मत करिए।
Credit is always due
अगर आप दूसरे लोगों का काम शेयर करते हैं तो आपका यह फर्ज बनता है कि आप उस काम के क्रिएटर को उसका प्रॉपर क्रेडिट दें।
अगर आप कैसे भी काम को शेयर करके उसका प्रॉपर क्रेडिट नहीं देते हैं तो आप ना केवल उसके मूल क्रिएटर को उसके अधिकार से वंचित करते हैं बल्कि उन लोगों को भी आप धोखा देते हैं जिनके साथ आपने शेयर किया है क्योंकि इसके बिना लोग उस काम के बारे में जान ही नहीं पाएंगे। उसकी गहराई में जा ही नहीं पाएंगे।
ऑनलाइन किसी भी चीज को अटरीब्यूट करने का सबसे बढ़िया तरीका है हाइपरलिंक देना ताकि जो भी लोग उस काम को देखें उन्हें उसके ओरिजिनल कार्य की जानकारी मिल जाए । क्योंकि इंटरनेट पर लोग आलसी होते हैं। बिना हाइपरलिंक के वह कभी भी उस मूल काम तक नहीं पहुंच सकते हैं।
अगर आप किसी और का कार्य शेयर कर रहे हैं और आपको पता नहीं है कि यह किसका काम है तो इसको कभी भी शेयर मत करें या तो पता कर ले या बिल्कुल भी शेयर ना करें दूसरों का काम।
Chapter-5 : Tell good stories
अच्छी कहानियां सुनाइए
Work doesn’t speak for itself
यह एक प्रामाणिक तथ्य है कि जब भी कोई चीज या कोई खाने की वस्तु , या कोई चेहरा लोगों को दिखाया जाता है तो वह उसे कितना पसंद करेंगे या ना पसंद करेंगे , यह गहराई से इस बात पर निर्भर करता है कि उस चीज के बारे में लोगों को क्या बताया गया है , उसके बारे में क्या कहानी सुनाई गई है।
कुछ लोगों का कहना है कि काम बोलता है । परंतु ऐसा नहीं है । हमारा काम कुछ नहीं बोलता है । लोग हमारे काम के बारे में जानना चाहते हैं , कि चीजें कहां से आई , कैसे बनी , किसने बनाया।
आप अपने काम के बारे में जितनी अच्छी कहानी लोगों को सुनाएंगे लोगों पर आपके काम का उतना ही अच्छा प्रभाव पड़ेगा और लोग उतना ही ज्यादा आपसे और आपके काम से कनेक्ट कर पाएंगे।
अगर आप चाहते हैं कि आप अपने काम को शेयर करने के बाद बहुत ज्यादा इफेक्टिव बने तो आपको एक अच्छा स्टोरी टेलर या कहानी कहने वाला बनना पड़ेगा । आपको यह समझना पड़ेगा कि एक अच्छी कहानी कैसे बनती है और उसे लोगों को कैसे सुनाया जाए।
Structure is everything
किसी भी कहानी का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है उसका स्ट्रक्चर । एक अच्छी कहानी का स्ट्रक्चर सीधा, सुलझा और लॉजिकल होता है।
हर एक कहानी का एक शुरुआत होती है । एक समस्या होती है, उसको सॉल्व करने के लिए कुछ काम किया जाता है और अंत में वह समस्या दूर हो जाती है।
लेकिन हमारा जीवन इतने सिंपल तरीके से चलता नहीं है। हम सभी अपने जीवन के मध्य में होते हैं और हमें नहीं पता होता है कि हमारी कहानी का अंत कहां होगा।
हमारा हर एक क्लाइंट प्रेजेंटेशन , हमारा हर एक कहानी , हर एक लेटर, हर एक फंडरेजिंग रिक्वेस्ट , यह सभी एक पिच होते हैं। यह ऐसी कहानियां होते हैं जिनके अंत को काटकर हटा दिया जाता है।
एक अच्छे पिच के 3 भाग होते हैं । पहला भाग होता है पास्ट, दूसरा प्रेजेंट और तीसरा फ्यूचर।
देखें चाहे आप कोई अधूरी कहानी सुनाइए या पूरी, अपने ऑडियंस को हमेशा दिमाग में रखना चाहिए । उनके साथ डायरेक्ट बात करनी चाहिए। सिंपल लैंग्वेज में उनके समय का कदर करना चाहिए। हम लोगों को फ्री साइज और संक्षिप्त में अपनी बात कहनी चाहिए। आपको बोलना आना चाहिए, आपको लिखना आना चाहिए।
हर आदमी अच्छी कहानियों को पसंद करता है । लेकिन अच्छी कहानियां आसानी से बनती नहीं। यह एक कला है जिसे मास्टर करने में पूरा जीवन लग जाता है। इसलिए आप भी अच्छी कहानियों का अध्ययन कीजिए ताकि आप अपनी कहानी को बेहतर ढंग से लोगों के सामने रख सकें।
Talk about yourself at parties
अगर आप कोई भी क्रिएटिव काम करते हैं तो आपको अपने बारे में बात करनी होगी। किसी भी पार्टी में या पब्लिक गैदरिंग में जब आप लोगों से मिलते हैं तो आपको शर्म या घबराहट नहीं होनी चाहिए। सीधे-सीधे आप जो भी करते हैं लोगों को बताना चाहिए।
आपको अपने बारे में कोई भी फैंसी वर्ड जैसे निंजा, गुरु , मास्टर यह सब यूज़ नहीं करना चाहिए। जब तक कि आप वैसे हो ना। यही बात आपके सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्म पर बायो के बारे में भी सही है। आप अपना बायो जब लिखते हैं तो उसे बिल्कुल दो शब्दों का रखें। सिंपल रखें। लोग इससे ज्यादा आपके बारे में जानना पसंद नहीं करते।
Chapter-6 : Teach what you know
जो जानते हैं उसे दुनिया को पढ़ाएं
Share your trade secret
एक कहावत है कि अगर आप कोई चीज सीखते हैं और उसे अपने पास तक ही सीमित रखते हैं तो यह ना केवल शर्मनाक है बल्कि बहुत खतरनाक भी है। क्योंकि आप जो भी चीज खुले हाथ से नहीं बांटते हैं वह चीज आपके पास से भी खत्म हो जाता है। और एक दिन जब आप अपनी तिजोरी खोलते हैं तो वहां आपको कुछ नहीं मिलता, सब खत्म हो जाता है।
अगर आप किसी को कुछ भी पढ़ाते हैं तो इससे आपको कोई खतरा नहीं होता है। क्योंकि केवल अपने मास्टर की टेक्निक जान लेने से ही कोई भी व्यक्ति उस चीज को हूबहू वैसे ही बिना वर्षों के अभ्यास के नहीं कर सकता है। इसलिए आप जो भी जानते हैं उसे खुले हाथ से लोगों को पढ़ाइए।
आप यह सोचिए कि आप जो भी काम कर रहे हैं उसमें से उस प्रक्रिया के बारे में आप लोगों को क्या सिखा सकते हैं। क्या आपने कोई कला सीखी है। क्या आपके पास कोई तकनीक है। क्या आप किसी चीज को करने में महारत है। आप जो भी जॉब कर रहे हैं उससे किस प्रकार का ज्ञान आपके पास इकट्ठा हो रहा है।
जैसे ही आप कुछ भी सीखें इसे तुरंत बाकी लोगों को बताइए । उन्हें सिखाइए। आप क्या पढ़ रहे हैं, अपने रीडिंग लिस्ट लोगों के साथ शेयर कीजिए। हेल्पफुल रेफरेंसेस शेयर कीजिए। आप चाहें तो कुछ ट्यूटोरियल बना सकते हैं ,और उन्हें ऑनलाइन पोस्ट कर सकते हैं। आप फोटो, शब्द ,वीडियो हर चीज का इस्तेमाल कीजिए और लोगों को अपने काम के बारे में बताइए।
पढ़ाने से आपका ज्ञान नहीं घटेगा बल्कि यह और बढ़ेगा और जब आप कोई भी चीज लोगों को पढ़ाते हैं तो इससे लोगों का आपमें इंटरेस्ट पैदा होता है। और यह बेहद ही फायदेमंद है। इसके साथ ही लोगों के साथ ज्ञान बांटने से खुद आपका ही ज्ञान बढ़ता है।
इसलिए सीखिए। फिर पढ़ाइए। फिर सीखिए। फिर पढ़ाइए। और इस चीज को दोहराते रहिए।
Chapter-7: Don’t turn into human spam
Shut up and listen
अगर आप एक अच्छे राइटर बनना चाहते है तो पहले आपको एक अच्छा रीडर बनना होगा। अगर आप अपना ढेर सारा फैन चाहते है तो पहले आपको किसी का फैन बनना होगा। अगर आप नोटिस होना चाहते है तो पहले आपको भी लोगो को नोटिस करना होगा। लोगो को महत्व देना सीखिए तभी लोग भी आपको महत्व देंगे। खुद को मानवीय कचरा मत बनाइए। अपना माइंड ओपन रखिए।
You want hearts, not eyeballs
इस बात की चिंता मत करिए की कितने लोग आपको ऑनलाइन फॉलो करते हैं। कैसे लोग आपको फॉलो करते हैं ये ज्यादा महत्वपूर्ण है। अगर आप फॉलोवर चाहते है तो पहले उस लायक खुद को बनाएं।
आप जो भी काम करते है उसमे आपको बेस्ट होना होगा। जब आप अपने काम में बेस्ट होते है तो लोग खुद ही आपकी तरफ आकर्षित होने लगते हैं।
आप वही काम करिए जिससे आपको प्यार है फिर आप देखेंगे कि आप अन लोगो को अपनी ओर खुद ही आकर्षित कर रहे हैं जो आपके काम से प्यार रखते है। इसलिए अपने काम से प्यार करें, अपने काम में बेस्ट बने।
लोगो का समय न बर्बाद करें। घटिया काम न करें। दिखावा और केवल फॉलोवर के चक्कर में न पड़ें।
The vampire test
जिन लोगों के संपर्क में आने के बाद आपकी ऊर्जा कम होने लगती है वो आपके लिए वैंपायर है। क्रिएटिव लोगो को ऐसे वैंपायर से बच कर रहना चाहिए।। ऐसे लोगो की संगति में रहिए जो आपको उर्जावान फील कराता हो।
Identify your fellow knuckleballers
आप अपने साथी कलाकारों को पहचान कर रखिए। वैसे लोग जो आपके जैसी कला को प्रैक्टिस करते हैं ऐसे लोगो की एक कम्युनिटी बनाइए। इनके साथ निकटता बढ़ाइए।
Meet up in metaspace
आप अपने ऑनलाइन दोस्तो से रियल वर्ल्ड में मिलना भी शुरू कीजिए। ऐसा करना आर्टिस्ट लोगो के लिए बहुत ही माइंड ओपनिंग कार्य है।
Chapter-8 : Learn to take a punch
Let them take their best shot
जब आप अपना काम इंटरनेट पर पूरी दुनिया के साथ साझा करते हैं तब आपको अच्छे और बुरे और विचित्र हर तरीके के परिणाम के लिए तैयार रहना चाहिए । जितने अधिक से अधिक लोग आपके काम को देखेंगे उतनी तरह की आलोचनाएं आएंगे। आपको इनसे निपटना सीखना होगा। इसके लिए आप इस प्रकार के कुछ उपाय कर सकते हैं:
हम लोग अपनी मुश्किलों को कुछ ज्यादा ही इमैजिनेशन कर लेते हैं। अगर किसी ने बहुत खराब आलोचना भी कर दी तो इससे कुछ नहीं होने जा रहा है। दुनिया खत्म नहीं हो रही है। इसलिए एक गहरी सांस लें। चीजों को स्वीकार करें और फिर अपने काम में लग जाएं।
आलोचनाओं को झेलने का एक बेहतर तरीका है कि आप ज्यादा से ज्यादा काम करें और ज्यादा से ज्यादा आलोचनाएं प्राप्त करें । जितनी अधिक आलोचना हो उतना ही ज्यादा और अधिक आप काम करके दिखाएं । जब आप इस प्रकार करेंगे फिर आप देखेंगे कि कोई भी क्रिटिसिजम, कोई भी आलोचना आपको तकलीफ नहीं दे पाती।
आप आगे बढ़ते जाइए क्योंकि प्रत्येक आलोचना आपके लिए और बेहतर काम करने के लिए एक अवसर प्रदान करता है । आप आलोचनाओं को तो नहीं रोक सकते परंतु अपने काम को और बेहतर से बेहतरीन बना सकते हैं। अगर कुछ लोग आपके काम की निरंतर आलोचना करते हैं तो यह भी आपके लिए एक सम्मान की ही बात है। यह दिखाता है कि आप में कुछ तो खास है।
एक बात जो समझने की अत्यंत आवश्यकता है कि आप वह नहीं है जो आप करते हैं। आपका व्यक्तित्व अलग है। और आपका काम अलग है । इसलिए अपने काम को बहुत ज्यादा पर्सनली ना लें। अपने परिवार और मित्रों के साथ समय बिताएं। अपने पसंदीदा लोगों के साथ समय बिताएं।
Don’t feed the trolls
किसी भी कार्य की आलोचना करने वाले लोग वैसे लोग होते हैं जिन्हें आपके काम को बेहतर बनाने में कोई इंटरेस्ट नहीं होता। वह तो अपने नफरत , गुस्सा और आपको ट्रैक से उतारने का काम करते हैं । इसीलिए ऐसे लोगों के साथ इंगेज होने में कोई फायदा नहीं है। ऐसे लोगों को कोई जवाब ना दें, और वह खुद-ब-खुद चले जाएंगे।
बाहरी आलोचना से ज्यादा कठिन है हमारी खुद की अपनी मानसिक आलोचनाएं । इसलिए हमें खुद को अपनी आलोचनाएं करने या अपने काम की बहुत ज्यादा कमी निकालने से बचना चाहिए, नहीं तो फिर हमारा काम ठप हो जाएगा। हम कोई प्रोग्रेस नहीं कर पाएंगे।
अगर इसके बाद भी आपको आलोचनाओं से समस्या है तो ऐसे लोगों को आप सोशल मीडिया से ब्लॉक कर दें, या अपने कमेंट को पूर्ण रूप से ही टर्न ऑफ कर दे।
Chapter-9 : Sell out
Even the Renaissance had to be funded
चाहे कोई कलाकार अपनी कला से पैसे बनाता हो या ना बनाता हो पैसे तो कहीं ना कहीं से चाहिए ही। चाहे वह कोई full-time कार्य हो या पार्ट टाइम जॉब, या फिर आपकी पत्नी कमाती हो या कहीं और से आपको पैसा मिलता हो पर पैसा जरूरी है।
Pass around the hat
जब आप बहुत दिनों तक फ्री में अपना काम दुनिया के सामने रखते हैं तो एक समय ऐसा आता है कि आपको लोगों से डोनेशन की आवश्यकता होती है और ऐसा आप तभी करते हैं जब आपको यह पूर्ण विश्वास हो जाता है कि आपका काम दुनिया के लिए सचमुच बहुमूल्य है।
कभी भी अपने काम के बदले पैसे मांगने में संकोच ना करें। हां परंतु इतना अवश्य याद रखें कि आप जो कीमत मांग रहे हैं वह समुचित हो । ना ज्यादा ना कम।
Keep a mailing list
भले ही अभी आपको कुछ ना भेजना हो , परंतु जो भी लोग आपके रीडर हैं या जो भी आपके कार्य को देखते हैं आपको उनसे टच में रहने के लिए उनका मेलिंग ऐड्रेस इकट्ठा करना चाहिए।
जो लोग भी आपके मेलिंग लिस्ट को साइन करते हैं वह आप के सबसे बड़े सपोर्टर हैं । कभी भी उनके एक्सपेक्टेशन को बीट नहीं करना चाहिए।
Make more work for yourself
एक बार वाल्ट डिजनी ने कहा था कि हम पैसे बनाने के लिए फिल्में नहीं बनाते हम पैसे इसलिए बनाते हैं कि हम ज्यादा से ज्यादा फिल्में बना सकें।
इसलिए किसी भी क्रिएटिव आर्टिस्ट का लाइफ आगे बढ़ने में, जोखिम उठाने में, और नई चीजों को तलाशने में ही सफल होता है। असली खतरा तो तब है जब आप कोई खतरा नहीं लेते हैं। जब आप बदलाव से डरते हैं।
इसलिए महत्वाकांक्षी बनिए। अपने आप को व्यस्त रखिए । बड़ा सोचिए । अपने ऑडियंस को बढ़ाइए। इस बात में मत उलझे रहिए की हर चीज को सच्चाई से पेश करना है, या चीजों को बेचना नहीं है। नई चीजें ट्राई करिए।
अगर आपके सामने कोई ऐसा मौका आए जिसमें कि आपको वैसे काम ज्यादा करने को मिले जिन्हें आप पसंद करते हैं तो तुरंत हां कहिए । इसके विपरीत यदि आपके पास कोई ऐसा मौका है जिसमें पैसा तो बहुत ज्यादा हो लेकिन आपके मन लायक काम ना हो तो सीधे-सीधे ना कहिए।
Pay it forward
आप मनुष्य हैं और मनुष्य होने के नाते आपके पास सीमित मात्रा में समय और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता है । एक समय हम सभी के जीवन में ऐसा आता है जब आप सबको हां नहीं कह सकते हैं। फिर आपको बहुत सारी चीजों के लिए ना कहना पड़ता है।
सफल होने के मार्ग में सबसे बड़ी समस्या यह है की पूरी दुनिया आपके सफलता में बाधा बनकर आगे आती है। इसलिए आपको अपने काम के बारे में थोड़ा बहुत स्वार्थी हो जाना चाहिए । नहीं तो एक समय ऐसा आ जाता है जब लोग अपने फैंस और ईमेल का रिप्लाई प्रोफेशनली करने लगते हैं और लिखाई का काम शौकिया तौर पर बहुत ही कम मात्रा में जो की हास्यास्पद है।
Chapter-10 : Stick around
लगे रहो
Don’t quit your show
आप कोई भी करियर चुन लीजिए सभी में उतार-चढ़ाव लगा रहता है। और जब आप अपने जीवन के बीच में होते हैं तब आपको यह पता ही नहीं होता कि आप उतार में हैं या चढ़ाव में है ,और आगे क्या होने वाला है।
अगर आप अपनी कहानी का एक सुखद अंत चाहते हैं तो यह इस बात पर निर्भर करती है कि आप अपनी कहानी को कहां पर खत्म कर देते हैं।
जो भी व्यक्ति अपने जीवन में कुछ भी हासिल कर पाते हैं उसके एकमात्र वजह यह होती है कि वह उस चीज से बहुत लंबे समय तक चिपके रहते हैं , इसीलिए यह बहुत आवश्यक है कि आपको जल्दबाजी में चीजों को छोड़ नहीं देना है ।
इसीलिए यह बहुत आवश्यक है कि आप जो कुछ भी करते हैं उसे छोड़िए मत किसी भी कीमत पर।
एक कहावत भी है कि काम कभी खत्म नहीं होता इसे केवल छोड़ा जाता है।
Chain smoke
हर लेखक यह बात जानता है कि उसका पिछला किताब उसके लिए अगली किताब के लिखने के लिए कोई मायने नहीं रखती है। अगर आपका कोई प्रोजेक्ट सफल रहा या फेल भी हो गया तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। आपको हमेशा ही यह सोचना पड़ेगा कि आगे अब क्या व्हाट इज नेक्स्ट।
जो भी लेखक या कलाकार एक लंबा करियर मैनेज करते हैं उन सब में एक ही खासियत होती है। वह लगातार अपने काम में जुटे रहते हैं। चाहे वह सफल रहे या फेल हो जाएं वह चीजों को छोड़ते नहीं है।
लेखक कहते हैं के कैरियर में रुकाव या ठहराव से बचने के लिए आपको कभी भी एक प्रोजेक्ट खत्म होने के बाद आराम नहीं करना चाहिए । बल्कि एक काम खत्म होते ही दूसरे काम को शुरू कर देना चाहिए। बिलकुल वैसे ही जैसे कोई व्यक्ति चैन स्मोक करता है।
Go away so you can come back
चेन स्मोक काम करने का एक अच्छा तरीका है लेकिन कई सालों तक लगातार काम करते रहने पर आपको ब्रेक तो लेना ही पड़ेगा। आपको अपने काम से कुछ समय के लिए दूर तो रहना ही पड़ेगा। परंतु हर आदमी के लिए अपने काम से दूर रहना संभव नहीं है।
लेकिन शुक्र है कि इस चीज का कुछ प्रैक्टिकल तरीका है जिससे कि आप प्रत्येक सप्ताह या प्रत्येक माह अपने काम से कुछ समय के लिए छुटकारा पा सकते हैं और फिर से फ्रेश और रिचार्ज हो सकते हैं।
घूमना इनमें से एक तरीका हो सकता है। जब हम घूमते हैं तो हम अपने ऑफिस के काम और घर के काम से दूर रहते हैं, और यह हमें बेहतरीन समय देता है। इसी प्रकार एक्सरसाइज करना भी हमारे शरीर और मन के लिए एक शानदार रिलैक्सेशन हो सकता है।
आप प्रकृति का आनंद भी ले सकते हैं। किसी पार्क में चले जाइए,किसी खूबसूरत जगह में चले जाइए जहां पर कोई डिस्ट्रेक्शन ना हो। जहां स्वच्छ हवा हो । इससे आपका काम और आपका जीवन अलग अलग हो जाएगा और आप बेहतरीन रूप से तरोताजा महसूस करेंगे।
Begin again
जब आपको लगे कि आपने वह सीख लिया है जिसे आप सीखना चाहते हैं तो आपको अपना रास्ता बदल देना चाहिए और कुछ नया सीखने में लग जाना चाहिए। जीवन में आगे बढ़ने का यही एकमात्र तरीका है। आप किसी चीज में महारत हासिल करके स्थिर होकर नहीं बैठ सकते हैं । फिर आपका विकास रुक जाएगा।
जीवन में आगे बढ़ने के लिए आपको हमेशा अपने आप को धकेलना होगा । हमेशा एक स्टूडेंट बने रहना होगा। अगर आप पिछले साल जो थे इस साल भी वही हैं तो फिर आपने कोई प्रोग्रेस नहीं किया।
आपमें यह साहस होना चाहिए कि आप अपने कार्य को त्याग सकें, और फिर से नए तरीके से चीजों के बारे में सोच सके और नई चीजें कर सकें।
इसलिए यह मत सोचें कि हमें फिर से शुरू करना पड़ रहा है ,बल्कि यह सोचिए कि एक नई शुरुआत हो रही है। नौसिखिया बन जाइए। हमेशा कुछ ना कुछ नया देखते रहिए और जब आपको ऐसी कोई चीज मिल जाए तो अपने आप को उस चीज को सीखने के लिए ओपन स्पेस में समर्पित कर दीजिए। अपने हर एक प्रोग्रेस को डॉक्यूमेंट कीजिए और अपने काम को लोगों के सामने रखिए। शो योर वर्क।
दोस्तो आपको Show Your Work book की यह Summary अवश्य ही बहुत अच्छी लगी होगी। अगर आपको यह summary अच्छी लगी हो तो इसे अपने मित्रो और चाहने वाले लोगों तक अवश्य शेयर करें। आपको इस Summary को पढ़ने के लिए कीमती समय निकालने के लिए तहे दिल से धन्यवाद।

Thank you!
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