हेलो दोस्तों थॉट्स फॉर ग्रोथ ब्लॉग में आपका स्वागत है । आज हम आपके लिए लेकर आए हैं “Tom Connellan” की बेस्ट सेलिंग किताब “THE ONE PERCENT SOLUTION” का कंपलीट हिंदी बुक समरी । इस किताब में लेखक ने अपने जीवन में 1% सुधार करने की ताकत को समझाया है, जो आपके जीवन में आपकी छिपी हुई संभावनाओं को खोजने और उनका दोहन करने में आपकी मदद करेगी । तो चलिए शुरू करते हैं “Tom Connellan” की किताब “The One Percent Solution” का कंपलीट हिंदी बुक समरी।
यह परिवर्तन का समय है –
लेखक कहते हैं कि, कोई भी खेल या प्रतिस्पर्धा हो स्वर्ण पदक जीतने वाले और चौथे स्थान पर आने वाले के बीच का औसत अंतर केवल 1% का होता है ।
इसका मतलब है की असाधारण और असाधारण रूप से असाधारण के बीच का फर्क सिर्फ 1% होता है ।
आप हर व्यक्ति से किसी भी चीज में 100% बेहतर नहीं बन सकते लेकिन आप सैकड़ों चीजों में 1% बेहतर जरूर बन सकते हैं ।
आप हर समय जीत नहीं सकते हैं लेकिन अगर आप आज किसी चीज को कल से बेहतर करते हैं तो आपके पास हमेशा एक विजेता का दिल होता है ।
हर व्यक्ति महान नहीं बन सकता है लेकिन वह अभी जहां है उससे बेहतर अवश्य बन सकता है ।
ओलंपिक का भी आदर्श वाक्य यही है : ज्यादा तेज, ज्यादा ऊंचा और ज्यादा शक्तिशाली, ना कि सबसे तेज, सबसे ऊंचा, सबसे शक्तिशाली ।
इसलिए सफलता पाने का सबसे आसान तरीका यह है कि, आप लगातार छोटे और लक्ष्य बद्ध सुधार करते रहे ।
यह आसान नहीं होगा । आपको अपनी कुछ पुरानी आदतें छोड़नी होगी । काम करने के पुराने तरीके बदलने होंगे और अपने तथा दूसरों के बारे में अपने कुछ विश्वास भी त्यागने होंगे ।
प्रेरणा को बढ़ाने वाला विपरीत तरीका –
लेखक कहते हैं की, प्रेरणा को बढ़ाने का सबसे अच्छा तरीका है कार्य को बढ़ाना ।
आप किसी कार्य को जितना ज्यादा करते रहते हैं, आप उसे करने के लिए उतने ही ज्यादा प्रेरित होते हैं । इसलिए अगर आप ज्यादा से ज्यादा कार्य करेंगे तो, आपको ज्यादा प्रेरणा मिलेगी । ये खुद को पोषण देने वाली सतत चक्र है ।
इसमें सबसे अहम सवाल है कि हम शुरू कहां से करते हैं ?
इसका जवाब है कि आप कोई भी कार्य करके शुरुआत कर सकते हैं । चाहे वह कार्य कितना भी छोटा क्यों ना हो, और एक बार जब आप उस में सफलता हासिल कर लेते हैं तो आप की प्रेरणा बढ़ जाती है ।
फिर आप उसे ज्यादा करते हैं । इससे आप की प्रेरणा और भी बढ़ जाती है, और यह चक्कर चलते रहता है ।
किसी भी कार्य को करने और अपने प्रेरणा को बढ़ाने के लिए यह आवश्यक है कि आपके लक्ष्य स्पष्ट होने चाहिए । आपको इस बारे में स्पष्ट होना चाहिए, कि आप खुद से क्या चाहते हैं और क्या नहीं चाहते हैं ?
यदि आप ऐसे कार्य करते हैं जो आपके लक्ष्य की दिशा में कोई योगदान नहीं देता है तो आप बस अपना समय बर्बाद कर रहे हैं ।
कोई भी कार्य करने में आपको दो बातों को याद रखना चाहिए –
पहला – आपको सही कार्य करना है ।
दूसरा – आपको कार्य को सही तरीके से करना है ।
सबसे पहले तो आप को यह सुनिश्चित करना होगा कि आप जो कार्य कर रहे हैं वह सही कार्य है । यानी आप प्रभाव कारी बन रहे हैं ।
फिर जब आपको यकीन हो जाए कि आप सही कार्य कर रहे हैं तो आपको उसे करने में कार्य कुशल होना पड़ेगा । यानी उसे सचमुच अच्छी तरह करना पड़ेगा ।
कई बार लोग उन कार्यों को करने में सचमुच अच्छे होते हैं, जो उन्हें बिल्कुल भी नहीं करने चाहिए ।
निजी सफलता की भौतिकी –
लेखक कहते हैं कि, आपको बैठकर उन परिस्थितियों का इंतजार करने की जरूरत नहीं है जो आपको सक्रिय होने के लिए विवश कर दें । आप एक इच्छाशक्ति वाले इंसान हैं । इसलिए आप वह कार्य कर सकते हैं जो आप करना चाहते हैं ।
अपने जीवन के किसी एक क्षेत्र को बेहतर बनाने के लिए कोई एक कार्य करें, और एक बार जब आप खुद को कार्य करके गति में ले आते हैं, तो आप गति में ही बने रहते हैं न्यूटन का नियम भी यही कहता है ।
निष्क्रियता, उत्कृष्टता की चाह रखने वाले हर व्यक्ति की शत्रु है, क्योंकि यह आपको आगे नहीं बढ़ाती है बल्कि गति हीन विश्राम की अवस्था में बनाए रखती है ।
एक बार जब आप गति में आ जाते हैं, तो आप उस शुरुआती निष्क्रियता से उबर चुके हैं । जो आपको अपनी जगह पर रुके हुए थे । अगर आप सही दिशा में चल रहे है, तो आप प्रगति करते रहेंगे ।
कई बार बाहरी परिस्थितियां आप को रोक देती है । लेकिन हर बार आप इस नियम का प्रयोग करके खुद को गति में ला सकते हैं, और हर दिन अपने जीवन में 1% सुधार करके अपने लक्ष्य की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं ।
लिवरेज भौतिकी का एक नियम है, जिसका प्रयोग हम अपने दैनिक जीवन के कार्यों को उत्कृष्ट बनाने में कर सकते हैं ।
लिवरेज व्यवहार में एक छोटे परिवर्तन की शक्ति को बढ़ा देता है । इसकी बदौलत आप एक छोटा परिवर्तन करके ज्यादा बड़ा परिणाम या सुधार देख सकते हैं ।
आप जो भी कार्य करते हैं, उसमें छोटा सा सही परिवर्तन आपके लगाए प्रयास की तुलना में ज्यादा बड़े परिणाम देता है ।
किसी भी क्षेत्र में जो लोग शिखर पर हैं, वह उच्च लिवरेज वाले कार्यों के अवसर पहचानने और उनका इस्तेमाल करने में बहुत निपुण होते हैं ।
हम जानते हैं कि अगर हम अपने कार्य करने के तरीके में छोटा परिवर्तन कर दे, तो लीवरेज की शक्ति के कारण हमें ज्यादा बड़े आकार के परिणाम मिल सकते हैं ।
आपको परिणामों पर ध्यान केंद्रित नहीं करना चाहिए । आपको तो उन व्यवहारों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जो ज्यादा आकार के परिणाम उत्पन्न करते हैं । आपको ऐसे कार्यों को पहचानने और शुरू करने की जरूरत है जो ज्यादा बड़े परिणाम उत्पन्न करें ।
हमें अपने कार्यों में उन छोटे परिवर्तनों पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत होती है, जो हमारे परिणामों में बड़े परिवर्तन उत्पन्न करें ।
एक बार जब आप अपने कार्य करने के तरीके में सही परिवर्तन शुरू करते हैं, तो प्रभाव बाहर की ओर फैलता है और प्रवेश के शुरुआती बिंदु के आसपास सभी संबंधों को प्रभावित करता है ।
यह सिद्धांत आपके जीवन के हर पहलू पर लागू होते हैं, चाहे वह आपका कार्य हो, सेहत हो , फिटनेस हो या कोई नई योग्यता को सीखना या पुरानी योग्यता को निखारना ।
अभ्यास निपुण क्यों नहीं बनाता है, और इस बारे में क्या करें ?
जीवन में सफल होने के लिए आपको अपने आसपास की स्थितियों पर ध्यान देना होता है, और अपने आप को इस तरह ढालना होता है ताकि आप हमेशा आगे बढ़ते रहें ।
आपको यह समझ लेना चाहिए कि अगर आपको सिर्फ प्रतिरोध ही मिलता है तो शायद आपको थोड़े अलग एंगल पर अपने लक्ष्य की ओर बढ़ना चाहिए ।
अपने लक्ष्य को जान लें, फिर सही दिशा पर ध्यान केंद्रित करें जो आपको उसकी ओर ले जाती हो ।
इस दुनिया में स्वाभाविक जैसी कोई चीज नहीं होती है । सब कुछ अभ्यास पर निर्भर करता है ।
अगर आप अपने जीवन में किसी चीज में अच्छे बनना चाहते हैं, तो आपको अभ्यास करना होगा । दरअसल सर्वश्रेष्ठ लोगों में सर्वश्रेष्ट बनने के लिए आपको 10000 घंटों का अभ्यास करना होगा ।
आप जीवन के किसी भी फील्ड में उत्कृष्टता हासिल करना चाहते हो तो इसके लिए आपको 10000 घंटों के सुनियोजित अभ्यास की जरूरत होती है ।
वैज्ञानिकों को नैसर्गिक प्रतिभा का धनी एक भी ऐसा व्यक्ति नहीं मिला, जो इतने अभ्यास के बिना शिखर पर सिर्फ इसलिए पहुंच गया हो क्योंकि उसमें नैसर्गिक प्रतिभा थी ।
यदि आप अभ्यास में समय और प्रयास लगाते हैं तो आप को सुधार दिखेगा, और यदि आप सुधार देखना चाहते हैं तो आपको अभ्यास करना होगा ।
30 साल के अनुभव वाले बहुत से लोगों के पास दरअसल 30 साल का अनुभव नहीं होता है । उनके पास तो 1 साल का अनुभव होता है, जिसे उन्होंने 30 बार दोहराया है क्योंकि उन्होंने कभी भी विकास या विस्तार किया ही नहीं ।
एक बात जो आप जान लें कि केवल 10000 घंटे अभ्यास करके आप शिखर पर नहीं पहुंच सकते या अभ्यास के घंटों के मात्रा से ज्यादा उनकी गुणवत्ता के बारे में है और गुणवत्तापूर्ण अभ्यास को सुविचारित अभ्यास कहते हैं ।
सुविचारित अभ्यास खासतौर पर प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए किया जाता है, इसके साथ सृजनात्मक फीडबैक भी जरूरी होता है ।
आप को नियमित रूप से कुछ समय ठहर कर अपने प्रदर्शन की समीक्षा करनी होती है । आपको यह आकलन करना होता है कि आपने कितना अच्छा काम किया है, और अगर वैसा ही कार्य करते रहे तो अगली बार उसमें सुधार कैसे कर सकते हैं ।
आपको कोई भी कठिन कार्य करने की स्वेच्छा से पहल करना चाहिए, क्योंकि जब आप कोई भी पर्याप्त चुनौतीपूर्ण चीज चुनते हैं तो यह सीखने और विस्तार करने का आपको मौका प्रदान करता है ।
आपको कभी भी अपनी तुलना दूसरों से नहीं करनी चाहिए । अपनी तुलना खुद से करना ज्यादा उपयोगी होता है ।
सबसे ज्यादा मायने यह रखता है कि आप अपने वर्तमान स्वरूप से 1% बेहतर बन जाए ।
आपको यह यात्रा वहां से शुरू करना पड़ता है जहां आप इस वक्त हैं ।
आप आने वाले कल के बारे में सोच सकते हैं, और शायद भविष्य के सपने भी देख सकते हैं, लेकिन वर्तमान में अपना सर्वश्रेष्ठ करना ही नियम है ।
आशा अच्छी चीज है, लेकिन यदि आप कार्य नहीं करते हैं तो यह खासतौर पर उपयोगी रणनीति नहीं है ।
बहुत से लोग सकारात्मक विचार सोचते हैं, लेकिन किसी ऐसी योजना पर अमल नहीं करते हैं जो हमें सपने साकार करने की दिशा में ले जाने वाले कार्य करने के लिए विवश कर दें । आप सिर्फ इच्छा नहीं कर सकते, आपको कार्य करना होता है ।
आपको अपने लक्ष्य तक पहुंचने की कुंजी यह जानना है कि आप कहां जाना चाहते हैं, और वहां पहुंचने के लिए आपको कौन से कार्य करने की जरूरत है और फिर लगन व प्रयास आपको वहां पहुंचा देगी ।
सफल होने के लिए हम सभी को एक चीज करनी पड़ती है और वह है वर्तमान में सटीकता से यह पता लगाना कि हम कहां हैं । इसके लिए तथ्यों का निर्ममता से आकलन करना पड़ता है ।
जव आप झमेले के बीच में होते हैं तो बाहरी मदद खोजना तो समझदारी का काम है, लेकिन आप दूसरों पर निर्भर नहीं रह सकते हैं कि वह आपके लिए हर चीज कर दें ।
कोई मदद नहीं करता है । सब कुछ आपको खुद ही करना होता है ।
30 दिन का फार्मूला जो आपकी जिंदगी बदल देगा –
हर मनुष्य आराम के दायरे में रहना चाहता है, लेकिन जब भी आप कोई नई चीज सीखते या करते हैं तो आपके मस्तिष्क में नए कनेक्शंस बनते हैं ।
आप एक आदत चुन लें,
किसी चीज को करने का तरीका,
जिसे आप बदलना चाहते हो,
छोटे और निश्चित परिवर्तन का लक्ष्य बनाएं यदि आप बहुत बड़े और मुश्किल परिवर्तन का लक्ष्य बनाते हैं, तो यह जोखिम रहता है कि आप अंत में नाकाम या हतोत्साहित हो जाएंगे ।
कार्य करने के उस तरीके को 30 दिनों तक हर दिन अपनाएं 30 दिनों के अंत में यह एक आदत बन जाएगा जो स्वचालित होगी ।
इसके बाद आप कोई दूसरा छोटा परिवर्तन करने की ओर बढ़ सकते हैं 1 महीने तक हर दिन इसका अभ्यास कर सकते हैं फिर अगले परिवर्तन की ओर बढ़ सकते हैं ।
हर साल आप अपने जीने और कार्य करने के कम से कम 12 पहलुओं को स्थाई रूप से बदल सकते हैं आप खुद को और अपने जीवन को जब तक बेहतर बनाना चाहे तब तक इस प्रक्रिया से लाभ ले सकते हैं ।
जीवन का 90% हिस्सा तो बस कमर कसना है आप बस अपना एक पैर दूसरे के सामने रखते हैं और बहुत जल्द ही आप वहां पहुंच जाते हैं जहां आप पहुंचना चाहते थे ।
नई आदत को कायम रखने के लिए रास्ते में खुद को पुरस्कार अवश्य दें अपने मित्रों का समर्थन पाने के लिए उन्हें अपने लक्ष्य के बारे में बताएं इस बात पर ध्यान केंद्रित करें कि जब आप सफल होते हैं तो यह कितना बेहतरीन होगा ।
अपनी नई आदत को लिख लें और अपनी प्रगति की डायरी रखें आपकी सफलता की ज्यादा संभावना तब रहती है जब आप एक समय में एक ही आदत को बदलते हैं ।
आप अपने विश्वासों के कारण ही एक खास तरह से महसूस करते हैं और कार्य करते हैं, इसलिए आप के विश्वासों में यह शक्ति होती है कि वह आपको लक्ष्य हासिल करने में मदद करें या फिर आपकी प्रगति को रोकने में ।
लगातार सुधार करने और सबसे महत्वपूर्ण 1% सुधार को हासिल करने के लिए आपको पीछे हटकर अपने विश्वासों पर नजर डालने की जरूरत है और अगर वह आपके लिए काम नहीं कर रहे हैं तो उन्हें बदलने की जरूरत है ।
शोध से पता चलता है कि जो लोग बदलने में सफल हुए हैं वह शुरुआत में फिसले थे अंतर यह है कि उन्होंने उस फिसलने को तबाही नहीं बल्कि ऐसी चीज के रूप में देखा जिसने उनके समर्पण को मजबूत किया ।
फिसलने को गिरने में ना बदलने दें ।
किस तरह कुछ ना करने से आपको ज्यादा करने में मदद मिलती है-
यह विलासिता जैसा लग सकता है लेकिन शोध से यह पता चला है कि शीर्ष 1% लोग स्वास्थ्य लाभ के समय को हमेशा अपने दिन में स्थान देते हैं ।
किसी भी क्षेत्र में शीर्ष 1% लोगों को अलग करने वाली चीज यह है कि वह दिनभर एकाग्र प्रयास और नियोजित स्वास्थ्य लाभ की अवधि ओं का चक्र चलाते हैं ।
यह सब काम और आराम के सही संतुलन के बारे में है ।
किसी भी क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति एकाग्र चित्त होकर एक समय में 90 मिनट से ज्यादा काम नहीं करते हैं ।
ऐसे दो सत्रों के बीच में आराम के लिए अवकाश होते हैं वे दिन में छोटी झपकी लेते हैं रात को कम से कम 8 घंटे की अच्छी नींद लेते हैं और नियमित वैकेशन लेते हैं ।
दरअसल 95 लोगों को सामान्य ढंग से काम करने के लिए कम से कम 7 8 घंटे की नींद की जरूरत होती है ।
जो लोग सोचते हैं कि वह इससे कम में काम चला सकते हैं उनमें से ज्यादातर लोग खुद को धोखा दे रहे हैं ।
चाहे जो हो अगर आप को पर्याप्त नींद नहीं मिलती है तो आप का प्रदर्शन गिर जाता है ।
अगर आप सप्ताह के दिनों में 10 से 30 मिनट की झपकी लेते हैं तो आप नींद की ज्यादा हल्की अवस्थाओं में ही रहेंगे और जागने पर तरोताजा महसूस करेंगे ।
लंच के बाद सिर्फ 15 मिनट की झपकी से आप बाकी के दिन ज्यादा चौकस रहते हैं ।
अगर आप थकान से चूर हैं तो आप हर दिन बेहतर प्रदर्शन करने के लिए खुद को समर्पित नहीं कर सकते ।
जो व्यक्ति शारीरिक दृष्टि से मेहनत का काम नहीं करते हैं उनके लिए ब्रेक या अंतराल के समय सबसे अच्छी चीज व्यायाम है ।
अगर आपका काम शारीरिक के बजाय मानसिक मेहनत का है तो बहुत ज्यादा निष्क्रिय स्वास्थ्य लाभ से आप और ज्यादा थकान महसूस करने लगेंगे यह प्रदर्शित हो चुका है कि व्यायाम से आपको कम थकान महसूस होती है ।
एक बात हमेशा याद रखिए कि अगर आप अपनी बैटरी को रिचार्ज नहीं करते हैं तो कोई दूसरा निश्चित रूप से अपनी बैटरी रिचार्ज कर रहा होगा और अगर आपने ऐसा होने दिया तो अगला दिन वह अपना प्रदर्शन बेहतर कर रहा होगा जबकि आप बस काम निपटा रहे होंगे ।
चक्र पूर्ण हुआ –
इस चैप्टर में लेखक ने शुरू के सिक्स (6) चैप्टर्स के समरी को पुनः बताया है, जिसे हम यहां फिर से रिपीट नहीं करेंगे ।
दोस्तों यह थी Book “THE ONE PERCENT SOLUTION” की summary in hindi यह समरी आपको कैसी लगी कृपया हमें नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर बताएं । अगर आपको यह समरी अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों और फैमिली मेंबर्स के साथ अवश्य शेयर करें ।
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THE 1% SOLUTION AUDIOBOOK SUMMARY IN HINDI…
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