दोस्तो इस आर्टिकल में हम आपके लिए लेकर आए है The Alchemist Book Summary in Hindi. The Alchemist Book को Paulo Coelho ने लिखा है जो एक ब्राजीलियन उपन्यासकार हैं। इस किताब को पढ़ने के बाद आपको भी अपने अंदर छिपे खजाने के बारे में पता चलेगा। The Alchemist की कहानी आम आदमी के सपनों और संघर्षों की कहानी है। तो चलिए शुरू करते हैं The Alchemist Book Summary in Hindi.
The Alchemist बुक की कहानी
The Alchemist में एक चरवाहे लड़के की कहानी है जिसका नाम सेंटियागो था। सेंटियागो स्पेन के एंडालुसिया नाम के जगह में रहता था और उसके पास बहुत सारी भेड़े थी जिसे वह चराता था। एक बार सेंटियागो अपनी भेड़े चराते चराते एक जगह पर पहुंचा जहां उसकी मुलाकात एक काले बालों वाली खूबसूरत लड़की से हुई जो सेंटियागो से उन खरीदने आई थी। सेंटियागो को वो लड़की अच्छी लगती थी।
सेंटियागो हर साल की तरह इस साल भी उसी जगह पर अपनी भेड़े लेकर आने की सोच रहा था जिससे की वो उस काले बालों वाली लडकी से मिल सके। सेंटियागो स्पेन के भीतरी भाग में अपनी भेड़ों के साथ घूमता था क्युकी वहा पर उसके भेड़ों के लिए घास और पानी की कोई कमी नहीं थी।
सेंटियागो रात की ठंड से बचने के लिए अपने पास एक जैकेट रखता था परंतु दिन में गर्मी के कारण जैकेट की जरूरत नहीं होती थी। उसे जैकेट लेकर घूमना पसंद नही था फिर भी वो उसे अपने साथ लेकर घूमता था क्युकी जीवन में किसी भी परिस्थिति के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए।
सेंटियागो का परिवार चाहता था कि वह एक प्रीस्ट बन जाए लेकिन सेंटियागो को घूमने का बहुत ज्यादा शौक था । अपने इसी शौक के कारण सेंटियागो एक चरवाहा बन गया। अब वो अपनी भेड़ों के साथ इधर उधर घूमता रहता था।
एक बार सेंटियागो अपने भेड़़ो के साथ घूमते घूमते एक ऐसे जगह पर गया जहां पर उसे एक खाली चर्च दिखाई दिया । सेंटियागो ने खाली चर्च को देखकर उस रात अपनी भेड़ों के साथ वही रुकने का फैसला किया । उसने आसपास अपनी भेड़ो को चरने के लिए छोड़ दिया और वह खुद एक पेड़ के नीचे सो गया ।
खजाने का सपना
उस रात सेंटियागो को एक सपना आया जो उसे एक रात पहले भी आया था । उसके सपने में एक बच्चा दिखाई देता है जो सेंटियागो का हाथ पकड़ कर उसे इजिप्ट के पिरामिड की तरफ ले जाता है और कहता है कि अगर तुम यहां आओगे तो तुम्हें यहां छुपा हुआ खजाना मिलेगा । वह बच्चा जैसे ही सैंटियागो को खजाना दिखाने लगता है वैसे ही उसकी नींद खुल जाती है ।
दो बार लगातार एक ही तरह का सपना देख कर सेंटियागो को बहुत उत्सुकता होती है और वह अपने सपने का मतलब जानना चाहता है । अपने सपने का मतलब जानने के लिए सेंटियागो एक मिस्टिक लेडी से मिलने के लिए तारीफा नाम के टाऊन में जाता है जो सपने का मतलब बताती है ।
वह जिप्सी औरत सेंटियागो को उसके सपने का मतलब बताती है और उसे इजिप्ट के पिरामिड जाने के लिए कहती है जहां पर उसे खजाना मिलेगा । इसके बदले वह जिप्सी औरत सैंटियागो से फीस के रूप में खजाने का दसवां हिस्सा देने का वादा करवाती है ।
सेंटियागो का संसय भी दूर नहीं हुआ था वह अभी भी काफी उलझन में था । वह जिप्सी औरत की बातों से बेपरवाह होकर शहर में अपनी भेड़ों के साथ घूम रहा था । घूमते घूमते सेंटियागो को एक रहस्यमई बूढ़ा आदमी मिला । शुरुआत में सैंटियागो को उसे बूढ़े आदमी में कोई दिलचस्पी नहीं थी लेकिन उसकी बुद्धिमत्ता ने सेंटियागो को इंप्रेस कर दिया और फिर सेंटियागो उस बुड्ढे आदमी से बातें करने लगा ।
उसे बूढ़े आदमी ने सेंटियागो को बताया कि वह सलेम का राजा है और वह सैंटियागो को उसका सपना पूरा करने में मदद करेगा । वह अक्सर लोगों को उसके सपनों को पूरा करने में किसी न किसी तरह से मदद करता है । उसे बूढ़े व्यक्ति ने सैंटियागो को दो बातें बताई:
- पर्सनल लीजेंड- हर इंसान की जिंदगी में कोई ना कोई पर्सनल लीजेंड अथवा गोल अथवा उद्देश्य होता है जो उसे वास्तविक खुशी देती है और हर चीज से स्वतंत्र कर देती है । हर इंसान का या फर्ज है कि वह अपना पर्सनल लीजेंड ढूंढने का प्रयास करें । हमारा जन्म जिस उद्देश्य के लिए हुआ है हमें उस उद्देश्य को अवश्य ढूंढना चाहिए और पूरा करना चाहिए ।
- अगर हम किसी चीज को पूरे शिद्दत से चाहते हैं तो सारी कायनात हमें उस चीज से मिलाने में जुट जाती है ।
बूढ़े आदमी ने सेंटियागो से कहा कि लाइफ हमें हर मोड़ पर कुछ न कुछ संकेत देती है । हमें उन संकेतों को समझकर अपने लक्ष्य की ओर कदम बढ़ाना चाहिए । उस बूढ़े आदमी ने सेंटियागो को गाइड करने के लिए फीस के तौर पर उसके भेद का दसवां हिस्सा देने की बात कही । अगले दिन उसे बूढ़े आदमी ने सैंटियागो को दो पत्थर के टुकड़े दिए जिसमें से एक काला पत्थर था और दूसरा सफेद पत्थर ।
बुढे आदमी ने सेंटियागो से कहा अगर खजाने की तलाश में उसे कभी भी कोई कंफ्यूजन हो तो इन दोनों पत्थर की मदद से वह अपना निर्णय ले सकता है । यह पत्थर उसे रास्ता दिखाएगा । इसके बाद वह बुड्ढा कहीं गायब हो गया और दोबारा कभी सेंटियागो को नजर नहीं आया ।
मोरक्को में लूट का शिकार
खजाने की तलाश के लिए उसके बाद सैंटियागो में अपनी भेड़े बेच दी और उससे मिले पैसों से वह एक बड़ी नौका पर सवार होकर मोरक्को की राजधानी टेंजीर पहुंचा । टेंजीर पहुंचते ही कुछ लोगों ने सेंटियागो का सारा धन लूट लिया ।
धन के बिना अब सैंटियागो कुछ नहीं कर सकता था । वहीं पर सैंटियागो की मुलाकात एक क्रिस्टल के व्यापारी से हुई । सेंटियागो ने क्रिस्टल के व्यापारी से कहा कि अगर वह उसे खाना खिला देगा तो बदले में वह उसका कोई काम कर देगा ।
क्रिस्टल के व्यापारी के यहाँ नौकरी
क्रिस्टल के व्यापारी ने सेंटियागो को खाना खिलाया और बदले में अपनी दुकान में रखें शीशे की वस्तुओं को साफ करने के लिए कहा । जब सेंटियागो शीशे को साफ कर रहा था उसी समय उस दुकान में जो ग्राहक आए और कुछ सामान खरीदा ।
क्रिस्टल का व्यापारी ओमेन में विश्वास रखता था इसलिए उसने सेंटियागो को हमेशा के लिए अपनी दुकान पर काम करने के लिए रख लिया । हालांकि सेंटियागो को क्रिस्टल के दुकान में काम करने का मन नहीं था लेकिन उसे अपने सपनों को पूरा करने के लिए पिरामिड तक जाना था और उसके लिए पैसों की आवश्यकता थी इसलिए उसने क्रिस्टल की दुकान पर काम करना मंजूर कर लिया ।
जब क्रिस्टल के व्यापारी को सेंटियागो के इरादे के बारे में पता चला तो वह हंसने लगा और सेंटियागो को बताया कि पिरामिड यहां से हजारों किलोमीटर दूर है और वहां तक जाने के लिए बहुत सारा पैसा चाहिए और इसमें बहुत वक्त लग जाएगा ।
व्यापारी की बात सुनकर सेंटियागो के मन में दुविधा जाग गई उसका इरादा बदलने लगा । वह सोचने लगा की क्यों ना फिर से अपने गांव जाकर भेड़ खरीद कर फिर से चरवाहे का काम ही शुरू कर दे ।
सेंटियागो के दिमाग में दो बातें चल रही थी एक तरफ तो उसे अपना सपना पूरा करना था और दूसरी तरफ वह फिर से चरवाहा बनने की सोच रहा था । फिर सैंटियागो ने सोचा कि चरवाहा तो वहकभी भी बन सकता है क्योंकि वह पहले भी चरवाहा रह चुका है और इसके बारे में उसे सब कुछ पता है । लेकिन यदि उसने अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रयास नहीं किया और आधे रास्ते में उसे छोड़ दिया तो उसे जिंदगी भर इसका पश्चाताप रहेगा ।
अब सैंटियागो को जल्दी से जल्दी ज्यादा पैसा कमाना था ताकि वह अपने सपने को भी पूरा कर सके । इसके लिए सैंटियागो ने क्रिस्टल के दुकान में अपने नए आइडिया को इंप्लीमेंट किया । उसने क्रिस्टल के दुकान में क्रिस्टल के गिलासों में चाय बेचना शुरू किया जिससे उस दुकान में ग्राहकों की संख्या काफी बढ़ने लगी और वह क्रिस्टल का दुकान भी काफी फेमस हो गयी ।
अब सेंटियागो के पास काफी पैसा जमा हो गया तो उसने अपने घर जाने का विचार किया । घर जाने से पहले वह अपने शॉपकीपर से आशीर्वाद लेने गया तो शॉपकीपर ने उसे आशीर्वाद दिया और यह भविष्यवाणी की कि वह वापस अपने घर नहीं जा पाएगा ।
शॉपकीपर की बात सुनकर सेंटियागो को फिर से यह विचार आया की वापस अपने घर जाकर वह कभी भी चरवाहा बन सकता है लेकिन पिरामिड तक जाने का मौका उसे जीवन में दोबारा नहीं मिलेगा । फिर सैंटियागो ने बूढ़े आदमी द्वारा दिए गए दोनों स्टोंसको देखा और अपने निर्णय पर विचार करने के बाद उसने यह तय किया कि वह पिरामिड तक जाएगा ।
पिरामिड की यात्रा
इसके बाद सेंटियागो एक वेयर हाउस पहुंचा जहां पर उसे एक इंग्लिश मैन मिला जो काफी हद तक उसी की तरह की सोच वाला था । अब वह दोनों एक साथ एक कारवां के साथ इजिप्ट जाने के लिए प्रस्थान किए । उस कारवां का सरदार एक दाढ़ी वाला आदमी था ।
कारवा के साथ चलते-चलते सैंटियागो को ऊंट वाले से भी दोस्ती हो गई और वे दोनों एक दूसरे से अपनी लाइफ के बारे में विचार साझा करने लगे । इसी यात्रा के दौरान उसे इस सच्चाई का एहसास हुआ की डेस्टिनी ने हर चीज पहले से ही प्लान करके रखी है । आपको जहां पहुंचना होता है आप वहां पहुंच ही जाते हैं और जीवन में हर चीज दूसरे चीज से जुड़ी हुई है ।
यात्रा के दरमियान है यह बात फैलने लगी कि ट्राईबल्स के बीच में लड़ाई होने वाली है और यह सुनकर पूरे करवा में दहशत फैल गया था लेकिन अब वापस लौटना संभव नहीं था और जब आपके पास वापस जाने का रास्ता नहीं होता है तो केवल आगे बढ़ते रहना ही एकमात्र रास्ता होता है ।
सेंटियागो अपने कारवां के साथ तेजी से आगे बढ़ रहा था और ट्राइबल्स की लड़ाई से बचने के लिए वे लोग रात दिन बिना रुके चलते जा रहे थे अंत में उनका कारवां किसी तरह लड़ाई से बचता हुआ ओएसिस तक पहुंच गया ।
अब पूरा कारवां अपना हथियार उतारकर ओएसिस में ठहरने की जगह मिल जाने के बाद रुक गया । सेंटियागो अपने इंग्लिश मैन दोस्त के साथ अल्केमिस्ट की तलाश में निकल पड़ा ।
Alchemist की तलाश
अल्केमिस्ट की तलाश में चलते-चलते सेंटियागो एक कुएं के पास पहुंचा जहां पर कुछ कुंवारी औरतें कुंए की तरफ आती दिखाई दी । उनमें से एक औरत इतनी खूबसूरत थी कि सेंटियागो उसे देखता ही रह गया । जब उसने उस लड़की से नाम पूछा तो लड़की ने अपना नाम फातिमा बताया ।
फातिमा से मुलाकात
अब सेंटियागो हर रोज फातिमा से मिलने के लिए कुए पर जाता था । फातिमा और सेंटियागो एक दूसरे को बहुत चाहने लगे थे । सेंटियागो ने फातिमा को अपने जीवन के बारे में सब कुछ बता दिया और अपने खजाने के तलाश के बारे में भी । फातिमा ने सेंटियागो को खजाने की तलाश ना छोड़ने की सलाह दी ।
एक बार फिर से सैंटियागो खजाने की तलाश में निकल पड़ा । तभी सैंटियागो को एक और ओमेन दिखा । उसने देखा कि दो बाज ऊपर उड़ रहे हैं और एक दूसरे पर अटैक कर रहे हैं । इसका मतलब है की कांरवा पर अटैक होने वाला है ।
सेंटियागो ने यह बात कारवां के चीफ को बताई । कारवा के सरदार ने अपने साथियों से सलाह लेकर सैंटियागो के बाद की सच्चाई को परखने की सोच बनाई । सेंटियागोने बताया कि अगले दिनअटैक होगी । कांरवा के सरदार ने कहा कि यदि उसकी बात सच हुई तो उसे रिवॉर्ड दिया जाएगा और अगर झूठ निकली तो उसे अपने जान से हाथ धोना पड़ेगा ।
अगले दिन सचमुच कारवां पर आक्रमण हुआ लेकिन कारवां के सभी लोग पूरी तरह से तैयार थे । सभी अटैकर्स मारे गए । सेंटियागो को इनाम के रूप में सोने के 50 सिक्के दिए गए । इसके साथी सैंटियागो को करवा का काउंसलर भी बनाया गया ।
लड़ाई खत्म होने के बाद सेंटियागो अल्केमिस्ट से मिलने गया जिसने उसे अपने टेंट में रात्रि भोज पर बुलाया था । अल्केमिस्ट ने उसे खजाने की तलाश में पिरामिड जाने की सलाह दी इस पर सैंटियागो ने कहा कि उसे फातिमा के रूप में खजाना मिल गया है ।
अल्केमिस्ट ने सेंटियागो की बात को काटते हुए कहा कि फातिमा खजाना नहीं हो सकती क्योंकि फातिमा उसे पिरामिड से नहीं मिली है । अल्केमिस्ट की बात मानकर एक बार फिर से सेंटियागो ने खजाने की तलाश का मन बना लिया , एक बार फिर से उसने अपने डेस्टिनी को फॉलो करने का इरादा बना लिया ।
फातिमा से बिछड़ना
अगली सुबह सूर्योदय से पहले ही सेंटियागो खजाने की तलाश में अल्केमिस्ट के साथ अपने यात्रा में निकल गया । फातिमा से दूर जाने के गम में सेंटियागो का दिल भारी हो रहा था । अल्केमिस्ट ने सेंटियागो से कहा कि वह पुरानी बातें भूल कर अपने मंजिल पर नजर रखते हुए आगे बढ़े । अगर फातिमा का प्यार उस के नसीब में होगा तो वह उसे जरूर मिलेगा ।
सेंटियागो उस रेगिस्तान में अपने डेस्टिनी की तरफ बढ़ रहा था । उसके लिए एक-एक क्षण महत्वपूर्ण था । उसने अपने अतीत के अनुभव से बहुत कुछ सीखा था और आज वह जो भी था वह अपनी पास्ट की सिखलाई की वजह से ही था ।
रेगिस्तान में चलते-चलते अब सेंटियागो को एक ट्राइब ने घेर लिया और उसे वे लोग अपने सरदार के पास ले गए। अपनी जान बचाने के लिए अल्केमिस्ट ने सेंटियागो से लेकर सारा सोना उन लोगों को दे दिया , साथ ही यह भी कहा की इस लड़के में ऐसी शक्ति है कि वह उन्हें हवा बनकर दिखा देगा और अगर ऐसा नहीं हुआ तो वे लोग उन्हें 3 दिन में मार सकते हैं ।
हवा बनने की बात सुनकर सैंटियागो काफी डर गया और अल्केमिस्ट से कहा कि उसे हवा बना नहीं आता । इस पर अल्केमिस्ट ने कहा कि यह उसकी समस्या है उसे तो हवा बनना आता है ।
दूसरे दिन सेंटियागो दिनभर एक पहाड़ की चोटी पर बैठा रहा और रेगिस्तान से बातें करता रहा अंत में उसे ऊपर वाले की मदद से खुद को हवा में बदलने की तरकीब पता चल गई ।
अगले दिन ट्राइब के सामने सेंटियागो ने हवा बन कर दिखाया तो उसके बाद उस ट्राइब के सरदार ने अल्केमिस्ट को और सेंटियागो को आजाद कर दिया । वहां से आगे बढ़ने पर वे दोनों एक मोनेस्ट्री में पहुंचे । वहां अल्केमिस्ट ने सैंटियागो को एक रास्ता दिखाया जो सोने में बदल सकता था । इसके बाद फिर दोनों अलग-अलग हो गए ।
अल्केमिस्ट वापस ओएसिस में लौट गया और सेंटियागो अपने खजाने की तलाश में आगे बढ़ता रहा । वह अपने दिल की आवाज सुन रहा था और अपनी मंजिल की ओर बढ़ रहा था । अंत में वह पिरामिड तक पहुंच ही गया । पिरामिड को देखकर वह रोने लगा और उसकी आंखों से आंसू झड़ने लगे । जहां पर उसके आंसू गिरे थे वहां उसे एक बीटल दिखाई दिया जो कि ईश्वर का प्रतीक माना जाता था ।
सेंटियागो को यह एक ओमेन लगा और उसने वहीं पर खजाने के लिए खुदाई शुरू कर दिया । सेंटियागो ने वहां बहुत खुदाई की लेकिन से कुछ भी नहीं मिला । तभी वहां पर कुछ लोग आए और जो सोना सेंटियागो के पास पहले से था उसे भी छीन लिया ।
उन लोगों ने सेंटियागो को खूब पीटा और सोने के लिए और ज्यादा गहरी खुदाई करने के लिए कहा । जब सैंटियागो ने उन लोगों को बताया कि उसे सपने में यहां पर खजाना गड़ा होने की बात पता चली थी तो वह लोग सेंटियागो को वहीं छोड़कर जाने लगे क्योंकि उनको लगता था कि सपने कभी सच नहीं होते ।
जाते जाते उनके सरदार ने सेंटियागो से कहा कि उसने भी एक सपना देखा था कि स्पेन के एक चर्च के अंदर खजाना छुपा हुआ है जहां एक टूटे हुए कमरे में साईं का मोर का पेड़ उगा हुआ है । यह बात बताते हुए उन लोगों का सरदार अपने साथियों के साथ वहां से चला गया ।
खजाना मिलना,The Alchemist Book Summary in Hindi
सेंटियागो के खुशी का अब कोई ठिकाना नहीं रहा क्योंकि उसे जो इजिप्ट में खजाना होने का सपना आया था वहां कोई खजाना नहीं था लेकिन खजाना पाने के लिए उसे यहां तक आना था । खजाना तो उसी चर्च में छुपा हुआ था जहां पर सैंटियागो अपनी भेड़ो के साथ रात गुजारा था और उसे खजाने का सपना आया था ।
सेंटियागो को रेगिस्तान में पिरामिड तक इसीलिए पहुंचना था कि किसी और के द्वारा उसे कुछ खजाने के बारे में पता चल पाए । अगर उसने अपने डेस्टिनी को फॉलो नहीं किया होता तो शायद उसे कभी पता नहीं चल पाता की खजाना उसके अपने देशमें छुपा हुआ है ।
सेंटियागो खुशी खुशी वापस स्पेन आ कर उस चर्च में गया और वहां से खजाने को खोद कर निकाल लिया । इसके बाद में वह जिप्सी औरत के पास गया जिसे उसने खजाना का दसवां हिस्सा देने का वादा किया था । अब उसे यहां पर एक अजीब सी खुशबू का अहसास हुआ जो उसे फातिमा की याद दिला रही थी। खजाना प्राप्त करने के बाद सेंटियागो ने अब अपने प्यार को जोर से आवाज दिया ” मैं आ रहा हूं फातिमा” ।
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दोस्तों ये थी The Alchemist Book Summary in Hindi. इस summary को पढ़कर हमें यही पता चलता है की हमारे अंदर ही असली खजाना छुपा हुआ है और हमें तो बस उसको पहचानने की जरूरत है। आशा है की आपको ये summary बहुत पसंद आई होगी। The Alchemist Book Summary पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद।

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